• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

क्रोनिक पेन में ये दवाइयां ना देने की दी गई सलाह, रहें सावधान

Writer D by Writer D
20/10/2021
in Main Slider, ख़ास खबर, फैशन/शैली
0
15
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

लाइफ़स्टाइल डेस्क। क्रोनिक पेन (शरीर में कई हफ्तों से होने वाले दर्द, जिससे रोजमर्रा के कामकाज प्रभावित होने लगे) में पेरासिटामोल (Paracetamol), आइबूप्रोफेन (Ibuprofen) और एस्पिरिन (Aspirin) जैसे दवाइंया लेना नुकसानदायक साबित हो सकता है। ये बात ब्रिटेन सरकार के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कही है। ब्रिटेन के नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ एंड केयर एक्सीलेंस (NICE) ने नई गाइडलाइन ड्राफ्ट की है और डॉक्टरों से ये अपील की है कि क्रोनिक पेन के मरीजों को ये दवा ना दी जाए।

NICE के मुताबिक, इन दवाओं से मरीज का स्वास्थ्य बेहतर होने और इनके दर्द या मानसिक समस्या कम करने को लेकर ना के बराबर सबूत मिले हैं। लेकिन इस बात के साक्ष्य जरूर मिले हैं कि ये दवाएं नुकसान साबित हो सकती हैं, जैसे मरीजों को इन दवाओं की लत लग सकती है।

ब्रिटेन की एक तिहाई से लेकर आधी आबादी तक के क्रोनिक पेन से प्रभावित होने का आकलन किया गया है। इनमें से आधे लोग डिप्रेशन की चपेट में भी आ रहे हैं और इनमें से दो तिहाई ऐसे हैं जो इसकी वजह से काम करने में असमर्थ रहे हैं। NICE की गाइडलाइन के मुताबिक, मुख्य तौर से क्रोनिक पेन से जूझ रहे लोगों को कुछ Antidepressants दी जा सकती हैं।

NICE की तरफ से ड्राफ्ट की गईं नई गाइडलाइन के मुताबिक, पेरासिटामोल वाली दवाइयां, जैसे एस्पिरिन, आइबूप्रोफेन, Benzodiazepines या Opioids मरीजों को नहीं देनी चाहिए, क्योंकि इनके मददगार होने के सबूत नहीं पाए गए हैं। NICE के सेंटर फॉर गाइडलाइंस के डायरेक्टर पॉल क्रिस्प के मुताबिक, सबसे पहले ये समझना जरूरी है कि क्रोनिक पेन किस तरह से व्यक्ति की लाइफ को प्रभावित कर रही है। इसी के आधार पर बेहतर केयर प्लान तय किया जा सकता है।

Tags: chronic pain"lifestyleMedicinesParacetamol
Previous Post

पुलिस अभिरक्षा से ट्रक चुराने वाला ट्रक समेत गिरफ्तार

Next Post

होती हैं ये गंभीर बीमारियां, नुकसानदेह भी है आंवला

Writer D

Writer D

Related Posts

azam khan
Main Slider

बिहार चुनाव में आजम खान की एंट्री, सपा की स्टार प्रचारकों की लिस्ट से ‘चाचा’ गायब

24/10/2025
Journalist LN Singh murdered in Prayagraj.
Main Slider

प्रयागराज में पत्रकार की हत्या, मुठभेड़ में आरोपी गिरफ्तार

24/10/2025
Imran Masood
Main Slider

भगत सिंह को बताया हमास… इमरान मसूद के बयान पर मचा हंगामा

24/10/2025
Madrasa demands virginity test from 13-year-old student
Main Slider

मदरसे की शर्मनाक मांग: कहा– पहले बच्ची का ‘वर्जिनिटी सर्टिफिकेट’ लेकर आओ

24/10/2025
Nominee
Business

बैंक ग्राहकों के लिए राहत! अब 4 नॉमिनी तक जोड़ सकेंगे, उत्तराधिकार और क्लेम में बढ़ेगी पारदर्शिता

24/10/2025
Next Post
Indian Gooseberry

होती हैं ये गंभीर बीमारियां, नुकसानदेह भी है आंवला

यह भी पढ़ें

लालू यादव का नितीश पर हमला

स्वास्थ्य व्यवस्था दम तोड़ चुकी है, लेकिन JDU नेता “गिद्ध” बन रैली कर रहे है : लालू

20/07/2020
Stole

सर्राफा एजेंट से बदमाशों ने आभूषण का थैला लूटा

02/08/2022
satish-kaul-77

महाभारत में ‘देवराज इंद्र’ का किरदार निभा चुके सतीश कौल का हुआ निधन

10/04/2021
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version