नई दिल्ली। कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए आजकल हर चीज को सैनेटाइज किया जा रहा है। सैनेटाइजेशन के इस दौर में एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स ने ऐसी मशीन बनाई है जो सिर्फ नोटों को गिनती ही नहीं है बल्कि उन्हें सैनेटाइज भी करती है। इस मशीन को बनाने वाले स्टूडेंट अनुज शर्मा और उनकी टीम का दावा है कि नोटों को सैनेटाइज करने वाली इस मशीन को बनाने में सिर्फ 14 से 15 हजार रुपये का खर्च आता है।
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इस मशीन में एक खास सैनेटाइजर लगा हुआ है। जो आराम से साफ-सफाई को ध्यान में रखकर पैसों को गिन सकता है। कोरोना वायरस महामारी के बीच इस तरह की मशीन लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर बनाया गया है। न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत करते हुए मशीन को बनाने वाले स्टूडेंट अनुज शर्मा ने बताया कि यह मशीन एक मिनट में 200 नोट को गिनने की क्षमता रखती है।
जब से इस खास तरह की मशीन की फोटो सोशल मीडिया पर आई है, तब से यह लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है। सोशल मीडिया यूजर एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय के अनुज शर्मा और उनकी टीम को बधाई देते हुए नजर आ रहे हैं। ट्विटर यूजर सूरज दुबे ने इस मशीन को देखने के बाद इस मशीन को अविष्कार की जननी कहा है और इन बच्चों ने यह साबित कर दिखाया है।