अमिताभ कांत (Amitabh Kant) ने भारत के जी20 शेरपा के पद से इस्तीफा दे दिया है, जिससे सरकारी सेवा में उनका 45 साल का करियर खत्म हो गया है। नीति आयोग के पूर्व सीईओ, जिन्होंने 2022 से जी20 में भारत का प्रतिनिधित्व किया और 2023 में इसकी अध्यक्षता के दौरान अहम भूमिका निभाई, ने सोशल मीडिया पर घोषणा की कि अब वह व्यक्तिगत क्षमता में स्टार्टअप, थिंक टैंक और शैक्षणिक संस्थानों से जुड़ेंगे।
अमिताभ कांत (Amitabh Kant) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘मेरी नई यात्रा: 45 वर्षों की समर्पित सरकारी सेवा के बाद, मैंने नए अवसरों को अपनाने और जीवन में आगे बढ़ने का निर्णय लिया है। मैं भारत के प्रधानमंत्री का बहुत आभारी हूँ कि उन्होंने G20 शेरपा के रूप में मेरा इस्तीफा स्वीकार कर लिया और मुझे कई विकासात्मक पहलों को आगे बढ़ाने और भारत की वृद्धि, विकास और प्रगति में योगदान करने का अवसर दिया। मैं अपने सभी सहकर्मियों, साथियों और मित्रों का उनके धैर्य, समझ और समर्थन के लिए आभारी हूँ। अब मैं मुक्त उद्यम, स्टार्टअप, थिंक टैंक और शैक्षणिक संस्थानों को सुविधा और समर्थन देकर विकसित भारत की ओर भारत की परिवर्तनकारी यात्रा में योगदान देने के लिए तत्पर हूँ। इस अविश्वसनीय यात्रा का हिस्सा बनने के लिए आप सभी का धन्यवाद।’
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बता दें कि जुलाई 2022 में केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल के बाद भारत के जी20 शेरपा नियुक्त किए जाने से पहले कांत नीति आयोग के सबसे लंबे समय तक सीईओ रहे। उन्होंने फरवरी 2016 से जून 2022 यानी छह साल से अधिक समय तक नीति आयोग के सीईओ का पद संभाला।
उनकी पिछली भूमिकाओं में औद्योगिक नीति और संवर्धन विभाग के सचिव (2014-16) और पर्यटन मंत्रालय में संयुक्त सचिव (2001-07) शामिल हैं।