कानपुर देहात। जिले के शिवली क्षेत्र में कारोबारी की पुलिस हिरासत में मृत्यु (Balwant murder) के मामले में तत्कालीन थाना प्रभारी को गिरफ्तार कर सोमवार को जेल (Jailed) भेज दिया गया है। इस मामले में इससे पहले चार पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार (Arrested) किया जा चुका है।
लालपुर सराय गांव में रहने वाले व्यापारी बलवंत (Balwant) की पुलिस बर्बरता के चलते 12 दिसंबर को मौत हो गई थी। मृतक के चाचा की तहरीर पर आरोपी पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था।आरोपी पुलिसकर्मियों की तलाश के लिए छह पुलिस टीमें लगाई गई थी। पूरे मामले की जांच एसपी कन्नौज के देखरेख में चल रही है जिसके चलते घटना में शामिल आरोपी तत्कालीन शिवली थाना प्रभारी राजेश सिंह पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और अन्य आरोपियों की तलाश में पुलिस टीम की छापेमारी जारी है।
पुलिस टीम ने बीते दिनों में तत्कालीन एसओजी प्रभारी प्रशांत गौतम, सोनू यादव मुख्य आरक्षी तत्कालीन स्वाट टीम (एसओजी), दुर्वेश कुमार मुख्य आरक्षी तत्कालीन स्वाट टीम (एसओजी),मुख्य आरक्षी स्वाट टीम (एसओजी) अनूप कुमार को गिरफ्तार किया था। पूरे मामले में पुलिस टीम ने अब तक कुल पांच आरोपी पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। अन्य आरोपियों की तलाश के लिए आसपास के जिलों के साथ-साथ आरोपियों के गृह जनपद में भी पुलिस की छापेमारी जारी है।
पुलिस सूत्रों की मानें तो जल्द ही घटना में शामिल सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पुलिस अधीक्षक कन्नौज कुंवर अनुपम सिंह ने बताया कि थाना रनिया धारा 147/302/504/506 के तहत मामला दर्ज किया गया था। पुलिस महानिदेशक के निर्देश पर एक एसआईटी का गठन किया गया था। पूरे मामले की जांच की जा रही है। पूर्व में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल (Jailed) भेजा जा चुका है। सोमवार को पुलिस टीम के द्वारा पूरे मामले में मुख्य नामजद आरोपी तत्कालीन शिवली थाना प्रभारी राजेश सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। अग्रिम विधिक कार्रवाई प्रचलित है।
गौरतलब है कि कानपुर देहात के थाना शिवली के अंतर्गत छह दिसंबर को व्यापारी चंद्रभान के साथ हुई लूट की घटना के खुलासे में जुटी पुलिस टीम व एसओजी टीम ने संदेह के आधार पर पांच लोगों को हिरासत में लिया था जिसमें लूट का शिकार हुए चंद्रभान का भतीजा बलवंत भी मौजूद था। पूछताछ के दौरान बलवंत पुलिस की बर्बरता का शिकार हो गया और उसकी मौत हो गई थी जिसके बाद आनन-फानन में पुलिस अधीक्षक सुनीति के निर्देश पर आरोपी पुलिसकर्मी सस्पेंड कर दिए गए और वही पुलिस अधीक्षक ने जांच के लिए एसआईटी भी गठित कर दी थी और वही मृतक के चाचा अंगद सिंह की तहरीर पर तत्कालीन रनियां थानाध्यक्ष शिव प्रकाश सिंह,शिवली कोतवाल राजेश कुमार सिंह, एसओजी प्रभारी प्रशांत गौतम, मैथा चौकी इंचार्ज ज्ञान प्रकाश पांडेय समेत सात लोगो पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था।