लखनऊ के मड़ियाव थाना पुलिस ने मंगलवार की देर रात को रेमडेसिविर की कालाबाजारी करते हुए बैंक ऑफ बड़ौदा पत्रकारपुरम ब्रांच के सहायक मैनेजर बांके बिहारी को गिरफ्तार किया है। उसके पास से 12 इंजेक्शन मिले, जिसे वो 15 से 20 हजार रुपये में बेचता था।
थाना प्रभारी मनोज सिंह ने बुधवार को यह बताया कि पकड़ा गया सहायक बैंक मैनेजर बांके बिहारी विकासनगर का रहने वाला है। वह व्हाटसअप पर एक ग्रुप बनाकर लोगों को इंजेक्शन मुहैया कराता था। पुलिस ने उसे रंगे हाथों उस वक्त दबोचा जब वह एक जरुरतमंद को इंजेक्शन देने के लिए इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहे के पास पहुंचा था।
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थाना प्रभारी ने बताया कि पूछताछ में उसने अपना जुर्म स्वीकार कर बताया कि वह इंजेक्शन की कालाबाजारी करता है। मंगलवार देर रात को वह जरुरतमंद मनोज को इंजेक्शन की डिलीवरी देने आया था, तभी उसे पुलिस ने पकड़ लिया।
पीड़ित ने की पुलिस से शिकायत
जनपद लखीमपुर खीरी के खमरिया ईसानगर निवासी मनोज कुमार की मां क्षेत्र स्थित हिंद मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं। कोरोना संक्रमित होने पर डॉक्टरों ने रेमडेसिविर की डिमांड की। इसके बाद मनोज किसी के माध्यम से बांके बिहारी के पास जा पहुंचा। मनोज ने उससे 15 हजार रुपये प्रति इंजेक्शन के हिसाब से तीन इंजेक्शन लेकर 45 हजार रुपये उसे दे दिए।
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जब इंजेक्शन उसकी मां को लगा तो उन्हें रिएक्शन हो गया। इंजेक्शन नकली होने का उसे शक हुआ और उसने इसकी जानकारी दारोगा जफर मेहंदी को दी। इसके बाद योजना के तहत बांके बिहारी को धर दबोच लिया। आरोपित के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।