वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस समय मंगल ग्रह अपनी राशि मेष में विराजमान है. मंगल 12 जुलाई तक मेष राशि में विराजमान रहने वाले हैं. मंगल पर शनि (Shani) की दृष्टि को अच्छा नहीं माना जाता है. इसका प्रभाव सभी 12 राशियों के जातकों पर पड़ता है. किसी पर नकारात्मक तो किसी पर सकारात्मक. आइए आपको बताते हैं 5 ऐसे राशियों के बारे में, जिन्हें शनि (Shani) की तीसरी दृष्टि से बचकर रहना होगा.
शनि (Shani) की तीसरी दृष्टि का बुरा असर
अयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम ने कर्क, कन्या, तुला, वृश्चिक और मकर राशि के जातकों शनि की तीसरी दृष्टि से बचने की सलाह दी.
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों को शनि की तीसरी दृष्टि से कई तरह की परेशानी झेलनी पड़ सकती है. बिजनेस में घाटा हो सकता है. आर्थिक हानि और करियर में उतार-चढ़ाव भी रहेगा. यह समय धैर्य से रहने का है.
कन्या राशि
कन्या राशि के जातक को मेहनत ज्यादा करनी पड़ेगी और फल कम मिलेगा. कई तरह के विपत्तियों का सामना करना पड़ सकता है. बेवजह के खर्चे परेशान कर सकते हैं. उनके लिए कम बोलना ही बेहतर होगा.
तुला राशि
तुला राशि के जातक को इस समय संपत्ति संबंधित मामले में कई सावधानियां बरतनी पड़ेगी. विवाहित लोगों को शादी के लिए रुकना पड़ेगा. यह समय तुला राशि के लिए अच्छा नहीं रहेगा.
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातक के लिए कई तरह की कठिनाइयां आएंगी. करियर में निराशाजनक प्रस्ताव अथवा खबर मिल सकती है. आपसी विवाद भी बढ़ सकते हैं.
मकर राशि
मकर राशि के जातक के लिए यह समय अच्छा नहीं रहने वाला है. खर्चों में वृद्धि होगी. धन की तंगी रहेगी. रिश्ते भी बिगड़ सकते हैं.