लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि पार्टी में अभी तक उत्तराधिकारी की कोई बात नहीं है। उत्तराधिकारी की बात तब होती है जब नेतृत्व करने में हमारा नेता अक्षम हो।
बहन कुमारी मायावती अगले 20 वर्षों तक खुद पार्टी का नेतृत्व करने वाली हैं। उनका स्वास्थ्य ठीक है। एक बात और स्पष्ट कर दूं कि जब भी पार्टी का उत्तराधिकारी घोषित किया जाएगा तो वह दलित समाज का ही होगा।
दूरदर्शन उत्तर प्रदेश की ओर से आयोजित दो दिवसीय डीडी कॉन्क्लेव के दूसरे दिन शनिवार को चर्चा के दौरान दलित समाज के बसपा से छिटकने के सवाल पर मिश्रा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में दलित आज भी बसपा के साथ है। वह कहीं छिटकने वाला नहीं है। दलित, मुस्लिम और ब्राह्मण समेत अन्य समाज मिलकर 2022 में सरकार बनाएंगे। 20 हजार ब्राह्मणों की सभा हुई। इसके बाद नौ अक्टूबर को पांच लाख लोग रैली में शामिल हुए। बहनजी ने उस रैली को सम्बोधित किया।
बसपा प्रमुख मायावती के बाहर नहीं निकलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हमने अबतक 96 मीटिंग की हैं। भाजपा के लोग उद्घाटन करके रैली कर रहे हैं। इस पर भाजपा से सवाल होना चाहिए। यह जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा रैलियों में खर्च कर रहे हैं। इस पर सवाल करना चाहिए।
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भाजपा की बी टीम बसपा के आरोपों पर मिश्रा ने कहा कि यह निराधार है। पिछले दिनों फोटो आई थी। उसमें कौन लोग सोफे पर बैठकर उत्तर प्रदेश की सियासत पर चर्चा कर रहे थे। प्रदेश की जनता समझ रही है कि कौन किसके साथ है। हमारे लिए राम आस्था का केंद्र हैं। हम राम के नाम पर वोट नहीं मांगते हैं। हमारी सरकार में वृन्दावन का विकास किया गया। अयोध्या में बहुत से कार्य हुए। भाजपा के लोग राम के नाम पर राजनीति करते हैं। राम मंदिर पर फैसला दो साल होने को है, लेकिन अभी तक निर्माण के नाम पर कुछ नहीं हुआ है।
बसपा महासचिव मिश्रा ने कहा कि नारे से जनता नहीं समझती। सरकार में रहते आपने क्या किया है। जनता आपके उस कार्य के आधार पर वोट देती है। हमने जो नारा दिया था उसे अमली जामा पहनाया। सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय का नारा सही मायने में 2007 से 2012 के बीच अपनी सरकार में बसपा ने लागू किया था। प्रदेश की जनता का साथ बसपा को मिल रहा है। 2022 में बसपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने जा रही है।