ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवेसी ने आरोप लगाया कि वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल (राजद), जनता दल यूनाइटेड (जदयू) और कांग्रेस के महागठबंधन ने अल्पसंख्यकों से ठगकर वोट लिया और फिर धोखा देकर जदयू भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ हो गई, जिसके लिए राजद और कांग्रेस दोनाें जिम्मेवार हैं।
सांसद श्री ओवैसी ने शनिवार को यहां ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेक्युलर फ्रंट (जीडीएसएफ) के उम्मीदवार के पक्ष में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में 2015 के विधानसभा चुनाव में गठबंधन के नाम पर खासकर अल्पसंख्यकों से राजद, जदयू और कांग्रेस के लोगों ने झूठ बोलकर वोट हासिल किया। उन्होंने कहा कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गोद में बैठे हैं तो इसके लिए राजद और कांग्रेस दोनों जिम्मेवार हैं। तीनों दल के झूठ बोलने की वजह से ही भाजपा बिहार की सत्ता में है।
धर्म परिवर्तन मामले में हाईकोर्ट के आदेश का होगा कड़ाई से पालन : सीएम योगी
एआईएमआईएम के अध्यक्ष ने कहा कि सीमांचल के लोग नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय जनसंख्या पंजी (एनपीआर) के खिलाफ धरना दे रहे थे तो उस वक्त राजद और कांग्रेस के लोग कहां थे। वह कहीं नहीं दिखे, जो अल्पसंख्यकों के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। उन्होंने कहा कि उन्होंने संसद में सीएए और एनपीआर का पुरजोर विरोध किया था।
श्री ओवैसी ने कहा कि वह सीमांचल को इंसाफ दिलाने की लड़ाई लड़ते रहे हैं और उनका यह सफर आगे भी जारी रहेगा। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क सहित सीमांचल में हर साल आने वाली बाढ़ और झमटा पुल का मुद्दा उठाया तथा इसके लिए बिहार की नीतीश सरकार को जिम्मेदार ठहराया।