पंजाब में विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। अकाली दल और कांग्रेस के नेताओं में तगड़ी नोंकझोंक हुई, जिसमें बाद में हाथापाई तक की नौबत आ गई थी। इससे पहले अकाली दल के बिक्रम सिंह मजीठिया और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच बहस हुई थी। इस दौरान सिद्धू ने कहा कि बीजेपी उनकी सौतेली मां थी और अब वह कौशल्या (कांग्रेस) के पास लौट आए हैं।
दरअसल, विधानसभा में मजीठिया ने कहा कि एकबार सिद्धू ने बीजेपी को अपनी मां बताया था। इसपर सिद्धू ने कहा कि मैंने आपके लिए अपनी मां को छोड़ दिया है। वह (बीजेपी) मेरी सौतेली मां थी। अब मैं कौशल्या के पास आ गया हूं। बता दें कि पहले सिद्धू बीजेपी में थे। फिर साल 2017 में उन्होंने कांग्रेस जॉइन की थी।
पंजाब विधानसभा में गुरुवार को जमकर हंगामा हुआ। अकाली दल के नेताओं और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच झड़प तक हुई। पंजाब विधानसभा में अकाली दल के विधायकों ने हंगामा किया था। उन्होंने इस बात पर विरोध जताया कि स्पीकर ने उनको 1984 सिख दंगे से जुड़े मामले पर निंदा प्रस्ताव नहीं लाने दिया।
विधानसभा में झड़प के बाद नवजोत सिंह सिद्धू मीडिया के सामने भी आए थे। इसमें उन्होंने कहा कि लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए जो भी घोषणा हो रही हैं ये 2-3 महीने के लिए नहीं बल्कि आने वाले 5 साल के लिए हैं।
विधानसभा में कृषि कानूनों का भी मुद्दा आया। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष और विधायक नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि पंजाब सरकार ने कभी भी तीन केंद्रीय कृषि कानूनों को पंजाब में लागू करने के लिए हामी नहीं भरी है। और अगर कोई ऐसा साबित कर दे कि पंजाब सरकार ने केंद्रीय कृषि कानूनों को पंजाब में लागू करने का कंसेंट दिया है तो मैं विधायक पद से पंजाब विधानसभा से इस्तीफा दे दूंगा।
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पंजाब विधानसभा में केंद्र सरकार के खिलाफ बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र को 15 किलोमीटर से बढ़ाकर 50 किलोमीटर किए जाने के मामले में निंदा प्रस्ताव लाया गया। इसे सर्वसम्मति से पारित किया गया। केंद्र सरकार से पंजाब सरकार और पंजाब विधानसभा में मौजूद तमाम पार्टियों विधायकों ने मांग की है कि जल्द से जल्द 11 अक्टूबर 2021 को जारी किए गए बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र बढ़ाए जाने के आदेश को तुरंत ही वापस लिया जाए।
विधानसभा में बहस के दौरान ही आप विधायक जगतार सिंह ने कांग्रेस पार्टी भी जाइन की। वह रायकोट से विधायक थे।