नई दिल्ली। राजस्थान के पंचायत चुनाव में भाजपा की जीत को केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने तीनों कृषि कानूनों पर किसानों की मुहर करार दिया है। उन्होंने कहा कि जिला परिषद और पंचायत समिति चुनाव में भाजपा को जीत हासिल हुई है। राज्य के 2.5 करोड़ मतदाताओं में से अधिकतर किसान हैं, इसलिए राजस्थान में किसान कृषि सुधारों के पक्ष में हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राजस्थान में जिला परिषद और पंचायत समिति के चुनाव में भाजपा को जीत मिली है। जिला परिषद के इस चुनाव में पूरे राजस्थान के ग्रामीण इलाकों के मुख्यतः किसान 2.5 करोड़ वोटर थे। उनका ये फैसला है। उन्होंने कहा, जिला परिषद के चुनाव में 636 सीटों पर चुनाव हुआ उसमें 353 सीटें भाजपा ने जीती हैं।
जावड़ेकर ने बताया कि 21 जिला परिषदों में चुनाव हुआ, जिसमें से 14 में भाजपा को बहुमत मिला है और कांग्रेस को केवल 5 में बहुमत मिला है। इन चुनावों में 2.5 करोड़ वोटरों में से अधिकतर किसान हैं, इसका मतलब है कि किसान राजस्थान में कृषि सुधारों के पक्ष में हैं।
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केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राजस्थान के चुनाव में इस बार हार जीत का अंतर बहुत ज्यादा रहा। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अपने गृह क्षेत्र में दो पंचायत समिति पूरी तरह हार गए। पायलट के गृह जिले टोंक में जिला परिषद भाजपा ने जीती है।
जावड़ेकर ने कहा कि तेलंगाना में अभी हुए हैदराबाद नगर निगम के चुनाव में भाजपा को 49 सीटें मिली जबकि सत्तारूढ़ टीआरएस को 55 सीटें मिली है, लेकिन महत्वपूर्ण यह है कि भाजपा को टीआरएस से अधिक वोट मिले। उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश में भाजपा को भारी सफलता मिली है। 240 जिला पंचायत के चुनावों में 96 सीटें निर्विरोध आई हैं। ग्राम पंचायत में 8,291 सीटों में से 5,410 सीट निर्विरोध आ गई हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आने वाले समय के लिए ये शुभ संकेत है कि मतदाता दक्षिण के हो या पूर्वोत्तर के हो, सभी जगह भाजपा के पक्ष में हैं। कोरोना महामारी, वैश्विक आर्थिक संकट और कृषि सुधारों पर विपक्ष के दुष्प्रचार के बाद भी मतदाता सभी जगह भाजपा को पसंद कर रहे हैं।