अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाज विजेंदर सिंह (Vijender Singh) बीजेपी में शामिल हो गए हैं। बीजेपी महासचिव विनोद तावड़े ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई और स्वागत किया। तावड़े ने कहा कि विजेंदर सिंह जी विकसित भारत का संकल्प पूरा करने के लिए बीजेपी में जुड़ गए हैं। उनके आने से पार्टी को और मजबूती मिलेगी और लक्ष्य की ओर बढ़ेगी। विजेंदर को मुक्केबाजी में पद्मश्री और अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है।
वहीं, विजेंदर सिंह (Vijender Singh) ने कहा, एक तरफ से मेरी घरवापसी हो रही है। काफी अच्छा लग रहा है। देश विदेश में खिलाड़ियों का मान-सम्मान बढ़ा है। जब से बीजेपी सरकार आई है, तब से खिलाड़ियों को आसानी हुई है। मैं पहले वाला विजेंदर हूं। गलत को गलत कहूंगा और सही को सही कहूंगा।
विजेंदर सिंह (Vijender Singh) ने साल 2019 में लोकसभा चुनाव से ठीक पहले राजनीति में कदम रखा था। उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर दक्षिण दिल्ली से लड़ा था। हालांकि, वो बीजेपी के रमेश बिधूड़ी से चुनाव हार गए थे। बिधूड़ी को 6 लाख 87 हजार से ज्यादा वोट मिले थे। आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा को 3 लाख 19 हजार से ज्यादा और विजेंदर को 1 लाख 64 हजार से ज्यादा वोट मिले थे।
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विजेंदर को लेकर चर्चाएं हैं कि वो इस बार फिर चुनावी मैदान में देखे जा सकते हैं। हालांकि, कांग्रेस ने अब तक उनका टिकट फाइनल नहीं किया था। खबर थी कि विजेंदर यूपी के मथुरा से चुनाव लड़ सकते हैं। पार्टी ने टिकट लगभग फाइनल कर दिया है। हालांकि, इन खबरों के बारे में विजेंदर की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई थी।
जाट समाज को साधेगी बीजेपी
विजेंदर (Vijender Singh) मूलरूप से हरियाणा जिले के भिवानी के रहने वाले हैं। व जाट समुदाय से आते हैं। ऐसे में पश्चिमी यूपी और हरियाणा की सीटों पर बीजेपी के लिए मुफीद साबित हो सकते हैं। विजेंदर ने 2008 बीजिंग ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। एशियन गेम्स में उन्होंने गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। विजेंदर को लेकर देखा गया है कि वो सरकार के खिलाफ मुखर रहे हैं। हर मुद्दे को बेबाकी से उठाते हैं।
माना जा रहा है कि बीजेपी हरियाणा और पश्चिमी यूपी में विजेंदर सिंह के जरिए अपनी ताकत मजबूत करने जा रही है। विजेंद्र ने साल 2020 में किसान आंदोलन का भी समर्थन किया था।