प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक पुजारी की हाथ-पैर बंधी लाश मिलने से सनसनी फैल गई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज मामले की जांच शुरू की। पुजारी की लाश मंदिर परिसर में बने अमरूद के बाग में पड़ी थी।
ऐसी आशंका जताई जा रही है कि लूट के इरादे से पुजारी की हत्या (Murder) कर दी गई होगी। क्योंकि मंदिर का ताला टूटा था और मूर्तियां इधर-उधर बिखरी पड़ी थी। स्थानीय लोगों ने पुलिस को बताया कि जब वह पूजा करने आए तो उन्होंने कि ताला टूटा पड़ा था और पुजारी भी कहीं नजर नहीं आ रहे थे। फिर देखा कि मंदिर परिसर में बने अमरूद के बाग में पुजारी की हाथ पैर बंधी लाश पड़ी थी।
रामजानकी मंदिर के पुजारी की हत्या (Murder)
जानकारी के मुताबिक पूजारी मडिन्द्र मणि त्रिपाठी बिहार सिवान के रहने वाले थे ओर यहां अनापुर गांव के रामजानकी मंदिर में पूजा-पाठ का काम करते थे। बीती रात उनकी हत्या कर दी गई। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि विरोध करने पर पुजारी के हाथ पैर बांधकर उसकी हत्या की गई होगी। बदमाश उसकी लाश को बाग में फेंककर फरार हो गए।
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वहीं हत्या (Murder) के बाद ग्रामीणों में नाराजगी का माहौल है। स्थानीय लोग पुजारी की हत्या करने वालों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। डॉग स्क्वॉयड टीम ने घटनास्थल की छानबीन की। पुलिस को जांच के दौरान पता चला कि पुजारी का अपने पैतृक गांव बिहार (सिवान) में पारिवारिक विवाद चल रहा था। पुलिस पारिवारिक विवाद के चलते पुजारी की हत्या के एंगल से भी इस केस की जांच कर रही है।