लखनऊ। राजधानी में मंगलवार को हुए अलाया अपार्टमेंट हादसे (Building Collapse) में अखिलेश यादव की सरकार में श्रम राज्य मंत्री रहे शाहिद मंजूर का परिवार फंस गया है। शाहिद मंजूर के बेटे नवाजिश और भतीजे को हादसे का जिम्मेदार बताया जा रहा है। हादसे का शिकार हुई महिला ने शाहिद मंजूर उसके बेटे का नाम लिया।
वहीं लखनऊ से इनपुट के बाद मेरठ में देर रात पुलिस शाहिद मंजूर के जलीकोठी स्थित घर पर पहुंची। वहां शाहिद और नवाजिश से काफी देर पूछताछ की गई। पूछताछ के बाद पुलिस नवाजिश को देर रात ही लखनऊ ले गई है। जहां आज उससे पूछताछ होगी। वहीं पुलिस ने विधायक के परिवार को शहर न छोड़ने का नोटिस भी दिया है।
चर्चा है कि जो अलाया अपार्टमेंट गिरा (Building Collapse) है वो सपा सरकार के पूर्व मंत्री कद्दावर नेता शाहिद मंजूर के बेटे व भतीजे तारिक की जमीन पर खड़ा किया गया था। अपार्टमेंट बनाने का काम बदनाम बिल्डर याजदान को दिया गया था। इसका एग्रीमेंट पूर्व मंत्री के बेटे व भतीजे ने बिल्डर फहद यजदानी से किया था। इसके बाद दोनों में फ्लैट बांटे गए थे। लखनऊ से निर्देश के बाद मेरठ पुलिस देर रात विधायक के बेटे को उठा लाई। लेकिन उसका भतीजा तारिक अभी फरार है। तारिक को पकड़ने के लिए देर रात पुलिस ने किठौर और माछरा में छापेमारी की लेकिन वो नहीं मिला। शाहिद मंजूर ने पुलिस को आश्वासन दिया है कि वो भतीजे को सामने लाएंगे।
मंत्री बोले बेटे, भतीजे ने खरीदी थी जमीन
सपा के पूर्व मंत्री शाहिद मंजूर ने इस संबंध में बताया कि हजरतगंज में 3885 वर्गफीट जमीन उनके बेटे और भतीजे ने 2003 में खरीदी थी। इसके बाद याजदान बिल्डर्स से एग्रीमेंट हुआ। बिल्डर ने अपना हिस्सा बेच दिया था। मेरे बेटे व भतीजे का हिस्सा मिल गया था। बताया कि उनके फ्लैट और ऑफिस भी इस अपार्टमेंट में है।
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शाहिद मंजूर से भी पूछताछ, याजदान बिल्डर ने किया था कंस्ट्रक्शन
लखनऊ से इनपुट मिलने के बाद मामले में पूछताछ के लिए मेरठ पुलिस भी देर रात शाहिद मंजूर के घर पहुंची। उनके बेटे नवाजिश मंजूर से पुलिस ने पूछताछ की। फिर उन्हें लखनऊ ले जाया गया। पूछताछ में सामने आया कि जिस अलाया अपार्टमेंट में हादसा हुआ वो बिल्डिंग याजदान बिल्डर ने बनाई थी।