लखनऊ। प्रदेश सरकार ने शुरूआत से ही कानून व्यवस्था के मुद्दे पर अपना रुख साफ कर दिया था कि प्रदेश में माफिया के खिलाफ बुलडोजर (Bulldozers) गरजता रहेगा। सरकार लगातार माफिया, गैंगस्टर और गंभीर अपराध करने वाले आरोपियों की जिलावार सूची तैयार कर उनके द्वारा अवैध रूप से अर्जित की गई संपत्ति के जब्तीकरण की कार्रवाई कर रही है।
उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि मार्च 2022 से अब तक कुख्यात माफिया की समीक्षा की गई है। इस दौरान शासन ने 50 माफिया और पुलिस मुख्यालय ने 12 माफिया को चिन्हित किया। इन सभी 62 माफिया और उनके गैंग के खिलाफ पुलिस द्वारा कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि मार्च 2022 से मई 2022 तक 788 कुख्यात अपराधियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की है। इनसे अपराध से अर्जित की गई छह अरब 61 करोड़ 78 लाख रुपये की अवैध संपत्ति कुर्क की गई। सिर्फ मेरठ जोन से ही दो अरब 32 करोड़ 80 लाख रुपये की संपत्ति कुर्क की गई।
एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि पुलिस लगातार कुख्यात माफिया और उनके गैंग पर शिकंजा कस रही है और उन पर कार्रवाई भी की जा रही है। उन्होंने बताया कि राज्य में पिछले छह वर्षों में करीब 20 अरब 95 करोड़ 64 लाख रुपये की संपत्ति गैंगस्टर एक्ट के तहत जब्त की है। ये संपत्ति मार्च 2017 से मार्च 2022 के बीच जब्त की गई है। इस दौरान 1150 माफिया को चिन्हित किया गया और उन पर सख्त कार्रवाई पुलिस ने की है।
उत्तर प्रदेश में कुल 30 खनन माफिया, 228 शराब माफिया, 168 पशु माफिया, 347 भू माफिया, 18 शिक्षा माफिया, 359 अन्य माफिया को चिन्हित कर कार्रवाई की जा रही है और इनकी संपत्तियां चिन्हित कर उन्हें गैंगस्टर एक्टर के तहत जब्त करने की भी कार्रवाई की जा रही है।
उन्होंने बताया कि सबसे ज्यादा संपत्ति मेरठ में जब्त की गई है। वहां पर लगातार माफिया पर शिकंजा कसा जा रहा है और उनके अपराधों पर लगाम लगाई जा रही है। इसके साथ ही उनके गैंग के अन्य लोगों पर भी कार्रवाई की जा रही है।