उत्तर प्रदेश के जनपद कानपुर देहात में देर रात उस समय सनसनी फैल गई, जब दबंग रफीक ने अपने साथियों के साथ मिलकर पुलिस टीम पर हमला बोल दिया। कहा जा रहा है कि एक दर्जन से अधिक लोगों ने पुलिस टीम पर हमला किया है। चौकी इंचार्ज की पिस्टल और सिपाही की बंदूक भी गांव के दबंगो ने छीन ली है।
इस हमले में कहिंजरी के चौकी इंचार्ज गजेंद्र पाल सिंह और सिपाही समर सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। गंभीर हालत के चलते दोनों को कानपुर देहात से कानपुर नगर के लिए रेफर किया गया है। चौकी इंचार्ज महिला उत्पीड़न की शिकायत की जांच करने पुलिस बल के साथ पहुंचे थे। हमलावर घटना को अंजाम देने के बाद परिवार सहित मौके से फरार हो गया है।
जानकारी के मुताबिक, हमलावर रफीक के खिलाफ पूर्व में कई संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस टीम पर हमले की सूचना पर भारी पुलिस बल के साथ पुलिस अधिकारी और एडीजी कानपुर मौके पर पहुंचे हैं। वहीं, पुलिस हमलावरों की तलाश में तेजी से जुट गई है। पूरे जनपद में घेराबंदी शुरू कर दी गई है। दरअसल, पूरा मामला जनपद कानपुर देहात के रसूलाबाद कोतवाली क्षेत्र के भिखदेव कहिंजरी गांव का है, जहां पर रसूलाबाद कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत एक मामूली मामले में समझौता कराने पहुंचे पुलिसकर्मियों पर जानलेवा हमला कर दिया गया।
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कहा जा रहा है कि जिले में दौरे पर आई महिला आयोग की सदस्य के सामने कहिंजरी गांव निवासी एक महिला ने अपने पति पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए शिकायत पत्र सौंपा था। इस मामले में शनिवार को दरोगा गजेंद्र पाल, आरक्षी समर के साथ पूरे मौके की जांच पड़ताल करने गए थे। पीड़िता के पति रफीक ने पुलिस पर जानलेवा हमला कर दिया, जिससे चौकी प्रभारी और आरक्षी बुरी तरह घायल हो गए हैं। दोनों शिवली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्राथमिक उपचार देने के बाद कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
वहीं, पुलिस अधिकारियों के अनुसार, दरोगा को गंभीर चोटें लगी हैं जिनका उपचार चल रहा है। वहीं, घटना की जानकारी मिलते ही अस्पताल में डीआईजी कानपुर ने जाकर घायल दरोगा व सिपाही के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली है। साथ ही मामले की जानकारी मिलते ही कई थानों का फोर्स समेत पुलिस कप्तान भी मौके पर पहुंच गए।