• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

कुलपति विनय पाठक के खिलाफ CBI कर सकती है जांच, यूपी सरकार ने केंद्र से की सिफ़ारिश

Writer D by Writer D
31/12/2022
in उत्तर प्रदेश, कानपुर
0
VC Vinay Pathak

VC Vinay Pathak

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

कानपुर। उत्तर प्रदेश सरकार ने केंद्र को पत्र लिखकर कानपुर की छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक (VC Vinay Pathak) पर बिल पास करने के लिए कमीशन वसूलने के आरोप में सीबीआई से जांच कराने की सिफारिश की है। इस मामले में यूपी एसटीएफ की जांच के बाद अबतक विनय पाठक के तीन करीबी लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

CSJMU कानपुर के कुलपति विनय पाठक के खिलाफ लखनऊ के इंदिरानगर थाने में 29 अक्टूबर को केस दर्ज किया गया था। विनय पाठक पर आरोप है कि उन्होंने आगरा की बीआर अंबेडकर यूनिवर्सिटी में हुए प्रिंटिंग वर्क के बिल पास करने के लिए कमीशन मांगा था। इस मामले में यूपी एसटीएफ जांच कर रही थी, लेकिन एसटीएफ द्वारा कई बार नोटिस बाद भी विनय पाठक हाजिर नहीं हुए। इस मामले में विनय पाठक के तीन करीबियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। अब यूपी सराकर के गृह विभाग ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर इस मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश की है।

क्या है पूरा मामला?

यह पूरा मामला आगरा के डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में हुए प्रिंटिंग वर्क में कमीशन से जुड़ा है। इंदिरा नगर थाने में एफआईआर दर्ज करवाने वाले डिजिटल टेक्नोलॉजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के मालिक डेविड एम डेनिस ने आरोप लगाया कि उनकी कंपनी 2014 से एग्रीमेंट के तहत आगरा विश्वविद्यालय में प्री और पोस्ट एग्जाम का काम करती है। विश्वविद्यालय के एग्जाम पेपर छापना, कॉपी को एग्जाम सेंटर से यूनिवर्सिटी तक पहुंचाने का पूरा काम इसी कंपनी के द्वारा किया जाता रहा है। साल 2019 में एग्रीमेंट खत्म हुआ तो डिजिटेक्स टेक्नोलॉजी ने यूपीएलसी के जरिए आगरा विश्वविद्यालय का काम किया।

‘विनय पाठक (VC Vinay Pathak) ने रखी थी कमीशन की डिमांड’

साल 2020 से 21 और 21- 22 में कंपनी के द्वारा किए गए काम का करोड़ों रुपये बिल बकाया हो गया था। जनवरी 2022 में अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा के कुलपति का चार्ज विनय कुमार पाठक को मिला तो उन्होंने बिल पास करने के एवज में कमीशन की मांग की। आरोप है कि एफआईआर दर्ज कराने वाले डेविड डेनिस ने फरवरी 2022 में कानपुर स्थित विनय पाठक के सरकारी आवास पर मुलाकात की और जहां पर 15 फीसदी कमीशन की डिमांड रखी गई।

कौन हैं विनय पाठक (VC Vinay Pathak)?

2 जून 1969 को कानपुर में जन्मे विनय कुमार पाठक ने 1991 में कानपुर के एचबीटीआई से कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया, 1998 में आईआईटी खड़गपुर से एमटेक किया और 2004 में कंप्यूटर साइंस में पीएचडी की। लगभग 26 सालों से विनय कुमार पाठक ने विभिन्न शिक्षण संस्थानों में काम किया। कानपुर के छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय में कुलपति बनने से पहले विनय पाठक कई अन्य विश्वविद्यालय में भी कुलपति रहे हैं। सबसे पहले विनय पाठक उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय (UOU), हल्द्वानी के 25 नवंबर 2009 से 24 नवंबर 2012 तक कुलपति रहे।

उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी के कुलपति बनने के बाद विनय पाठक ने अपने कुलपति का दूसरा कार्यकाल भी ओपन यूनिवर्सिटी में ही जारी रखा। फिर वह 1 फरवरी 2013 को वर्धमान महावीर ओपन यूनिवर्सिटी, कोटा के कुलपति रहे। कोटा में विनय पाठक 3 अगस्त 2015 तक कुलपति रहे।

उत्तराखंड में मिले लाहौर बार एसोसिएशन के झंडे, जांच में जुटी खुफिया एजेंसियां

विनय ने सबसे चर्चित और लंबी पारी लखनऊ के अब्दुल कलाम आजाद टेक्निकल यूनिवर्सिटी (AKTU) में पूरी की। विनय पाठक पूरे 2 टर्म यानी 6 साल तक एकेटीयू के कुलपति बने रहे। विनय पाठक की तैनाती एकेटीयू में बतौर कुलपति भले ही पूर्ववर्ती अखिलेश यादव की सरकार में 4 अगस्त 2015 को हुई हो, लेकिन, विनय उसके बाद योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री के सीएम बनने पर भी एकेटीयू के वीसी बने रहे और 1 अगस्त 2021 तक एकेटीयू के कुलपति रहे।

विनय पाठक के पास दूसरी यूनिवर्सिटी का भी अतिरिक्त चार्ज रहा। 22 दिसंबर 2020 से 10 अप्रैल 2021 तक पाठक के पास ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा यूनिवर्सिटी लखनऊ के कुलपति का एडिशनल चार्ज रहा। वहीं, जनवरी 2022 से सितंबर 2022 तक विनय पाठक के पास आगरा के डॉक्टर भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी के कुलपति का अतिरिक्त चार्ज रहा।

Tags: agra universintychatrapati shahuji maharaj universityKanpur Universityup nrewsVC Vinay Pathak
Previous Post

देश में 24 घंटे में मिले 226 कोरोना के नए मामले

Next Post

सुभासपा के कार्यालय को बम से उड़ाने की धमकी, जांच में जुटी पुलिस

Writer D

Writer D

Related Posts

Sugarcane
उत्तर प्रदेश

3000 से ज्यादा स्वयं सहायता समूह की महिलाएं कर रहीं गन्ना बीज उत्पादन

24/06/2025
CM Yogi
उत्तर प्रदेश

गरीबों के साथ अन्याय बर्दाश्त नहींः सीएम योगी

24/06/2025
Surya Pratap Shahi
उत्तर प्रदेश

सभी 75 जिलों में 25.74 लाख मीट्रिक टन खाद उपलब्ध

24/06/2025
CM Dhami met Chief Minister Mohan Yadav
Main Slider

CM धामी ने वाराणसी में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव से मुलाकात की

24/06/2025
CM Yogi
उत्तर प्रदेश

माफिया मुक्त गाजीपुर अब अच्छी दिशा में बढ़ रहा आगेः मुख्यमंत्री

24/06/2025
Next Post
Om Prakash Rajbhar

सुभासपा के कार्यालय को बम से उड़ाने की धमकी, जांच में जुटी पुलिस

यह भी पढ़ें

DCP Traffic Dr Khyati Garg

लखनऊ: DCP ट्रैफिक डॉ. ख्याति गर्ग को मिला फिक्की स्मार्ट पुलिसिंग अवार्ड

21/03/2021
Suspended

यौन दुराचार मामले में खेल अधिकारी निलम्बित, विभागीय जांच जारी

21/08/2022
Ambedkar University Delhi

स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए पहली कट-ऑफ सूची की जारी

16/10/2020
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version