Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

सीडीएस जनरल बिपिन रावत, बोले-एलएसी पर बदलाव मंजूर नहीं, चीन-पाक को दी कड़ी चेतावनी

नई दिल्ली। भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने शुक्रवार को चीन व पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास हालात अब भी तनावपूर्ण बने हुए हैं। रावत ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान के लगातार छद्म युद्ध छेड़े हुए है। भारत के खिलाफ दुष्टतापूर्ण बयानबाजी के कारण भारत और पाकिस्तान के संबंध और भी खराब हो गए हैं। ये बातें उन्होंने नेशनल डिफेंस कॉलेज द्वारा आयोजित डायमंड जुबली वेबिनार, 2020 में कहीं।

जनरल रावत ने कहा कि  एलएसी पर बदलाव मंजूर नहीं

जनरल रावत ने कहा कि चीन की जनमुक्ति सेना (पीएलए) लद्दाख में अपने दुस्साहस को लेकर भारतीय बलों की मजबूत प्रतिक्रिया दी। इस कारण पीएलए अप्रत्याशित परिणाम का सामना कर रही है। रावत ने कहा कि हमारा रुख स्पष्ट है कि हम वास्तविक नियंत्रण रेखा में कोई बदलाव स्वीकार नहीं करेंगे।

लालू प्रसाद यादव को बड़ा झटका, जमानत याचिका पर सुनवाई 27 नवंबर तक टली

उन्होंने कहा कि पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर हालात अब भी तनावपूर्ण बने हुए हैं। रावत ने कहा कि सीमा पर झड़पों और बिना उकसावे के सैन्य कारवाई के बड़े संघर्ष में तब्दील होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। बता दें कि पूर्वी लद्दाख में हाड़ जमा देने वाली ठंड में भारत के लगभग 50,000 सैनिक किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पर्वतीय ऊंचाइयों पर तैनात हैं।

पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में कर रहा है छद्म युद्ध

जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान के लगातार छद्म युद्ध और भारत के खिलाफ दुष्टतापूर्ण बयानबाजी के कारण भारत और पाकिस्तान के संबंध और भी खराब हो गए हैं। पाकिस्तान ने सशस्त्र इस्लामी विद्रोह और आतंकवाद के केंद्र में रहना जारी रखा है। तीन दशकों से पाकिस्तान की सेना और उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई जम्मू-कश्मीर में छद्म युद्ध कर रही है। पाकिस्तान भारत के अंदर सामाजिक असहमति पैदा करने के लिए सांप्रदायिकता का झूठा प्रचार कर रहा है।

Tips for Glowing Skin: अपनी डाइट में शामिल करें ये 3 ड्रिंक्स, जल्द दिखेगा असर
सीडीएस रावत ने शुक्रवार को कहा कि आने वाले वर्षों में, हम देखेंगे कि हमारा रक्षा उद्योग तेजी से बढ़ रहा है और समग्र रक्षा तैयारियों में योगदान दे रहा है। इसके अलावा हमें अत्याधुनिक हथियार और उपकरण पूरी तरह से भारत में उपलब्ध करवा रहा है। जहां तक रक्षा सहयोग का सवाल है, हम रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण देशों के साथ आपसी विश्वास और साझेदारी बनाने में रक्षा कूटनीति का महत्व समझते हैं।

Exit mobile version