लखनऊ। राजधानी के हजरतगंज में न्यू जनपथ की चौथी मंजिल पर स्थित कैरियर लॉन्चर कोचिंग (Career Launcher Coaching) की लिफ्ट में सोमवार शाम 12 बच्चे पौने दो घंटे तक फंसे रहे। कोचिंग प्रशासन 40 मिनट तक इन्हें निकालने का प्रयास करता रहा। जब इसमें सफलता नहीं मिली तब पुलिस और दमकल को सूचना दी गई।
इसके एक घंटे बाद सभी को सकुशल निकाला जा सका। पुलिस के मुताबिक क्षमता से अधिक लोग चढ़ने से लिफ्ट अटक गई थी। जानकारी के अनुसार कोचिंग (Career Launcher Coaching) में शाम साढ़े चार बजे वाले बैच के बच्चे साढे़ छह बजे क्लास से निकले। इनमें से 12 विद्यार्थी लिफ्ट में चढ़े, जो दूसरी मंजिल पर जाकर रुक गई। छात्र-छात्राओं में चीख-पुकार मचने लगी।
इनमें से एक ने कोचिंग प्रशासन को कॉल किया। कोचिंग के लोग पहुंचे और लिफ्ट टेक्निशन को बुलाया। हालांकि, 40 मिनट बाद भी लिफ्ट का दरवाजा नहीं खोला जा सका। 7 बजकर 10 मिटन पर डायल 112 पर सूचना दी गई। पुलिस पहुंची तो लिफ्ट टेक्निशियन ने 10 मिनट में दरवाजा खुलवाने की बात कही, पर ऐसा नहीं कर सके।
इस पर नरही चौकी इंचार्ज ने दमकल को सूचना दिया। दमकलकर्मियों ने दूसरी मंजिल से लिप्ट का दरवाजा खोला और लॉक तोड़कर धीरे-धीरे लिफ्ट ग्राउंड फ्लोर पर ले गए। एक घंटे बाद सभी को निकालकर सिविल अस्पताल पहुंचाया। यहां प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया।
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लिफ्ट (Career Launcher Coaching) में फंसने वालों में यश त्रिपाठी, अश्वनी जोशी, आरती जोशी, कंचन बिष्ट, नैतिक टंडन, पुष्कर द्विवेदी, फजल, उत्कर्ष पाल, अजहर मिर्जा, निशांत तिवारी, नितिन गौतम और आशीष कुमार थे। इनमें से एक छात्र ने बताया कि लिफ्ट के रुकते ही लाइट बंद हो गई। 15 मिनट बाद लाइट आई और पंखा चला तो कुछ राहत मिली। एक विद्यार्थी ने कहा, अब दुबारा लिफ्ट में चढ़ने से पहले 100 बार सोचूंगा। कुछ देर और होती तो काफी मुश्किल हो जाती।
डीसीपी मध्य अपर्णा रजत कौशिक ने बताया कि लिफ्ट की क्षमता सात से आठ लोगों की है, जबकि 12 लोग चढ़ गए थे। लिफ्ट ओवरलोड होने से रास्ते में अटक गई। हालांकि, किसी भी छात्र को कोई दिक्कत नहीं हुई। बच्चों को डीसीपी की तरफ से चॉकलेट भी दी गई।