• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

दीपावली पर्व पर अमावस्या मेले के दौरान अनुपम आभा बिखेरेगा चित्रकूट धाम

Writer D by Writer D
12/10/2024
in उत्तर प्रदेश, चित्रकूट, राजनीति
0
Chitrakoot Dham

Chitrakoot Dham

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ाने और तीर्थ क्षेत्रों के विकास के लिए योगी सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार के प्रयास किए जा रहे हैं। अयोध्या दीपोत्सव और वाराणसी की देव दीपावली इस बात के उदाहरण हैं। इसी क्रम में अब चित्रकूट धाम (Chitrakoot Dham)  में भी दीपावली के अवसर पर आयोजित होने वाले अमावस्या मेले को नव्य-दिव्य व भव्य स्वरूप देने का प्रयास योगी सरकार द्वारा किया जा रहा है। सीएम योगी (CM Yogi) की मंशा के अनुरूप, चित्रकूट धाम (Chitrakoot Dham) तीर्थ विकास परिषद ने 28 अक्टूबर से 1 नवंबर तक पांच दिवसीय कार्यक्रम के मद्देनजर अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है।

प्रक्रिया के अंतर्गत यहां विभिन्न प्रकार की परियोजनाओं पर कार्य जारी हैं, मगर इन सबके बीच समूचे चित्रकूट धाम को आकर्षक साज-सज्जा से सजाने पर सबसे ज्यादा फोकस किया जा रहा है। सीएम योगी के विजन अनुसार, दीपावली व अमावस्या मेले के अवसर पर चित्रकूट धाम (Chitrakoot Dham) का कोना-कोना आकर्षक रोशनी व पुष्प सज्जा से खिल उठेगा। यहां इंटेलिजेंट एलईडी लाइटिंग गेट्स की स्थापना होगी और रामायण मेला स्थल, रामघाट, रेलवे स्टेशन समेत तीर्थ क्षेत्र के 13 हॉटस्पॉट एरिया में व्यापक सजावट प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा।

रंग-बिरंगी रोशनी में सराबोर होगा तीर्थ क्षेत्र

चित्रकूट धाम (Chitrakoot Dham) तीर्थ विकास परिषद की कार्ययोजना के अनुसार, दीपावली के अवसर पर आयोजित होने वाले अमावस्या मेले के लिए पूरे तीर्थक्षेत्र की व्यापक साज-सज्जा की जाएगी। इसमें दासा क्लॉथ व फूलों की लड़ियों समेत आकर्षक रंग-बिरंगी एलईडी लाइट्स को प्राथमिकता दी जाएगी। प्रक्रिया के अंतर्गत, चित्रकूट धाम (Chitrakoot Dham) में मेला स्थल समेत 13 हॉटस्पॉट स्थलों पर इंटेलिजेंट एलईडी लाइटिंग गेट्स की स्थापना होगी, जो सहज ही यहां आने वाले लोगों की आकर्षण का केंद्र बनेंगे। यह गेट्स 40 फीट ऊंचे और 30 फीट चौड़े होंगे। यह अस्थायी पिक्सल रनिंग एलईडी गेट्स के तौर पर बनाए जाएंगे जिनका निर्माण भक्ति थीम पर आधारित होगा। इसमें प्रभु श्रीराम के जीवन से जुड़ी घटनाओं को शोकेस किया जाएगा।

इन गेट्स के कवर अप रीजन को दासा क्लॉथ, फूलों की लड़ियों और प्रभु श्रीराम के कटआउट्स से सजाया जाएगा। मेला स्थल पर स्थापित होने वाले प्रमुख गेट पर धनुष की आकृति और प्रभु श्रीराम के कटाउट को लगाकर इसे भी बड़े सुंदर तरीके से सजाया जाएगा। वहीं, एलईडी स्क्रीन्स, टैबल्यू समेत तमाम प्रॉप्स की मदद से आयोजन स्थल को आकर्षक बनाया जाएगा। इसके साथ ही, पूरे तीर्थक्षेत्र को रंग-बिरंगी लाइट्स और फूलों की लड़ियों से सजाया जाएगा।

प्रभु श्रीराम ने खुद मंदाकिनी नदी में किया था दीपदान

-प्रभु श्रीराम को चित्रकूट कितना प्रिय था यह किसी से छिपा नहीं है। वनवास के दौरान प्रभु श्रीराम ने 11 वर्षों की अवधि इसी क्षेत्र में व्यतीत की थी।

-चित्रकूट के कण-कण में प्रभु श्रीराम का वास व सानिध्य मिलता है और यही कारण है कि दीपावली के अवसर पर देश-दुनिया से लाखों की तादात में श्रद्धालु यहां मंदाकिनी नदी स्थित रामघाट समेत विभिन्न घाटों पर दीपदान करने आते हैं।

-एक मान्यता यह भी है कि प्रभु श्रीराम जब लंका विजय के बाद अपनी राजधानी अयोध्या लौट रहे थे तब चित्रकूट में थोड़ी देर रुककर उन्होंने यहां ऋषि-मुनियों से मुलाकात की थी और उनकी आज्ञा से मंदाकिनी नदी में दीप दान कर अपनी विजय पर आभार जताया था।

-तब से यह परंपरा आज भी चली आ रही है और प्रभु श्रीराम को पूजने वाले लाखों श्रद्धालु इस दिन मंदाकिनी नदी में दीपदान करने के साथ कामदगिरी की परिक्रमा करते हैं और कामतानाथ समेत तीर्थ क्षेत्र के विभिन्न मंदिरों व आध्यात्मिक स्थलों का दर्शन करते हैं।

-खासतौर पर उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान समेत देश के विभिन्न कोनों से इस अवसर पर श्रद्धालु चित्रकूट धाम आते हैं।

-ऐसे में, प्रभु श्रीराम की पावन स्मृतियों को सहेजने के साथ यहां आने वाले श्रद्धालुओं को आकर्षक साज-सज्जा से मंत्रमुग्ध कर देने में कोई कसर योगी सरकार व चित्रकूट धाम तीर्थ विकास परिषद नहीं छोड़ना चाहता है।

इन स्थानों पर होगी एलईडी गेट्स की स्थापना समेत व्यापक सजावट

यूपीटी चौराहा-सीतापुर, रामायण मेला क्षेत्र, रामघाट, बरहा के हनुमान जी, निर्मोही अखाड़ा, खोही तिराहा, पटेल तिराहा-कर्वी, धनुष चौराहा-कर्वी, रेलवे स्टेशन रोड-कर्वी, मंदाकिनी ब्रिज व मंदिर-कर्वी, मंदाकिनी ब्रिज-रामघाट, बाल्मीकि आश्रम लालापुर व भरतकूप मंदिर

Tags: Chitrakoot DhamChitrakoot newsDeepdanup news
Previous Post

हरिद्वार जेल में हो रही रामलीला में हो गया कांड, माता सीता की खोज में वानर बने दो कैदी फरार

Next Post

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पीएम मोदी ने चालाया धनुष से तीर, धू-धू कर जल उठा रावण

Writer D

Writer D

Related Posts

Azam Khan
Main Slider

आजम खान का फिर छलका दर्द, बोले- सालों से खुशियों से हूं मरहूम….

10/11/2025
Vande Bharat Express
उत्तर प्रदेश

वंदे भारत से घटीं दूरियां, बढ़ा उत्तर प्रदेश का जुड़ाव

09/11/2025
Viksit UP
उत्तर प्रदेश

समर्थ उत्तर प्रदेश-विकसित उत्तर प्रदेश @2047-समृद्धि का शताब्दी पर्व महाभियान

09/11/2025
MoU signed for acquisition of Naini Saini Airport, Pithoragarh
राजनीति

प्रधानमंत्री की उपस्थिति में नैनी सैनी हवाई अड्डे, पिथौरागढ़ के अधिग्रहण हेतु एमओयू पर हस्ताक्षर

09/11/2025
Ram Temple
Main Slider

अयोध्या तैयार: 25 नवंबर को प्रधानमंत्री मोदी फहराएंगे राम मंदिर के सातों शिखरों पर भगवा ध्वज

09/11/2025
Next Post
Ravana Dahan

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पीएम मोदी ने चालाया धनुष से तीर, धू-धू कर जल उठा रावण

यह भी पढ़ें

HMPV Virus

चीन के खतरनाक वायरस की भारत में एंट्री, इस राज्य में मिले HMPV के 2 केस

06/01/2025

छत्तीसगढ़वासियों की भावनाओं का सम्मान करने वाले महान राजनेता थे अटल जी : मुख्यमंत्री साय

25/12/2024
Kalashtami

इस दिन मनाई जाएगी कालाष्टमी, जानें व्रत का पौराणिक महत्व

02/03/2024
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version