भोपाल। मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव (CM Mohan Yadav) ने कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए पुलिस और प्रशासन को उसकी गिरफ्तारी के लिए खुली छूट दे दी है। फरार कांग्रेस पार्षद कादरी पर लव जिहाद (Love Jihad) के लिए फंडिंग का आरोप है। उस पर पुलिस ने 10 हजार का इनाम घोषित किया है। सीएम मोहन यादव ने कड़ा संदेश देते हुए कहा कि डकैत हो या डकैत का बाप, प्रदेश में किसी की दादागिरी नहीं चलेगी।
सीएम (CM Mohan Yadav) ने स्पष्ट किया कि कानून तोड़ने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह कोई भी हो। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा, “कहा, “मैंने पुलिस को उसे जल्द से जल्द खोजने के लिए कहा है। जो लोग अपराध करते हैं, उन्हें कानून के मुताबिक सजा दी जाएगी। मैंने पुलिस को खुली छूट दी है। वे ऐसे अपराधियों के खिलाफ जो चाहें कर सकते हैं।”
कादरी पर गंभीर आरोप, पुलिस तलाश में जुटी
कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी पर धर्म परिवर्तन की फंडिंग और युवकों को इसमें शामिल करने का आरोप है। पुलिस के अनुसार, दो गिरफ्तार आरोपियों साहिल शेख और अल्ताफ अली ने पूछताछ में खुलासा किया कि उन्हें हिंदू महिलाओं से शादी करने के एवज में कादरी से नकद रकम मिली थी। ये आरोप वीडियो के जरिए भी सामने आए हैं, जिसमें दोनों युवकों को पूछताछ के दौरान यह स्वीकार करते हुए दिखाया गया है।
16 जून को इंदौर के बाणगंगा थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी। पुलिस ने बताया कि शुरू में मामला बलात्कार की धाराओं में दर्ज किया गया था, लेकिन बाद में इसमें आपराधिक साजिश और मध्य प्रदेश धर्म स्वतंत्रता अधिनियम, 2021 के तहत धाराएं जोड़ी गईं।
विश्व हिंदू परिषद (VHP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) की इंदौर इकाई ने मिलकर बाणगंगा थाने के बाहर प्रदर्शन किया और अनवर कादरी की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की। फिलहाल कादरी फरार है और उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की कई टीमें तैनात हैं। उसे अजमेर और मुंबई में संभावित ठिकानों पर तलाशा जा रहा है।
परिवार पर भी लगे हैं आरोप
अनवर कादरी ही नहीं, उसके दो भाई अज्जू डकैत और फिरोज पर भी आपराधिक मामले दर्ज हैं। अज्जू हत्या और लूट के मामलों में पहले जेल जा चुका है और एक गैंग भी संचालित करता है। पुलिस यह जांच भी कर रही है कि इस कथित धर्मांतरण नेटवर्क में और कौन लोग शामिल हैं और कादरी ने किन-किन लोगों को फंडिंग की थी।