• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने लौटाया मीसा बंदियों का सम्मान, बहाल की सम्मान राशि

Writer D by Writer D
01/03/2024
in Main Slider, छत्तीसगढ़, राजनीति, राष्ट्रीय
0
CM Vishnudev Sai

CM Vishnudev Sai

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

धमतरी। वर्ष 1975 में लगे आपातकाल में लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्ष की बात जब भी आएगी, तब लोकतंत्र के प्रहरी मीसाबंदियों के संघर्षों को सदैव याद किया जायेगा और इनसें प्रेरणा ली जाएगी कि इन्होंने लोकतंत्र के लिए लड़ाई लड़ी। आपातकाल के दौरान सैकड़ों लोगों को जेल में बंद रखा गया।

इन मीसाबंदियों ने जेल में जो पीड़ा, जुल्म सहे उन जख्मों पर मरहम लगाने का काम प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय (CM Vishnudev Sai) ने बीते दिन विधानसभा में यह घोषणा कर की कि अब मीसाबंदियों को प्रदान की जाने वाली सम्मान निधि पुनः प्रारंभ की जायेगी। इस घोषणा से धमतरी जिले के मीसाबंदियों में हर्ष व्याप्त है।

आपातकाल में धमतरी के मीसाबंदी के तौर पर सजा काटने वाले शिरोमणी कृष्णा राव घोरपड़े ने बताया कि वे स्वयं और उनके 11 अन्य साथियों को 1975 में मीसाबंदी बनाकर रायपुर स्थित नई जेल में रखा गया था। सरकार ने मीसाबंदियों की सम्मान राशि की बहाली के लिए जो पहल की है, वह सराहनीय है। इससे मीसाबंदियों का सम्मान लौट आया है। उन्होंने बताया कि आपातकाल के समय लोकतंत्र सेनानी जब जेल जाते थे, तो उस परिवार की स्थिति बड़ी पीड़ादायक हो जाती थी। इन परिवारों के सामने आजीविका का संकट हो जाता था।

सीएम विष्णुदेव साय ने ज्वालामुखी शक्तिपीठ में की पूजा-अर्चना

पूर्व में डॉ रमन सिंह की सरकार ने मीसाबंदियों के लिए सम्मान राशि देने की शुरुआत की थी, जिसे बंद कर दिया गया था। श्री घोरपड़े ने बताया कि मीसाबंदियों को सम्मान राशि देने की शुरूआत वर्ष 2008 से की गयी थी। धमतरी जिले में कुल 52 मीसाबंदी थे, जिनमें से अब सिर्फ 7 मीसाबंदी ही रह गए है।

उन्होंने शासन से आग्रह किया है कि 2008 के पूर्व जिले के ऐसे मीसाबंदी जिन्हें किसी कारणवंश सम्मान राशि नहीं मिल पा रहा है, उनके परिजनों को भी मीसाबंदी के तहत् सम्मान राशि प्रदान किया जाये।

Tags: Chhattisgarh newsCM Vishnudev SaiNational newsRaipur news
Previous Post

सीएम विष्णुदेव साय ने ज्वालामुखी शक्तिपीठ में की पूजा-अर्चना

Next Post

रोजगार के बड़े केंद्र बनेंगे अयोध्या, काशी और मथुरा

Writer D

Writer D

Related Posts

Pragya Thakur
राजनीति

हमारी लड़कियां बात न माने तो तोड़ दो उनकी टांग…, लव जिहाद पर प्रज्ञा सिंह का बड़ा बयान

19/10/2025
AMU
Main Slider

AMU में पहली बार मनाया जाएगा दिवाली उत्सव, आज होगा ऐतिहासिक सेलिब्रेशन

19/10/2025
Murder
Main Slider

अघोरी बाबा की धारदार हथियार से काटकर हत्या, गांव में मचा हड़कंप

19/10/2025
Narak Chaturdashi
Main Slider

नरक चतुर्दशी के दिन करे ये उपाय, प्रसन्न होंगे मृत्यु के देवता यम

19/10/2025
CM Dhami
Main Slider

मुख्यमंत्री धामी ने नवनियुक्त सहायक समीक्षा अधिकारियों को सौंपे नियुक्ति पत्र- बोले, “सरकारी सेवा को जनसेवा का माध्यम बनाएं”

18/10/2025
Next Post
Ramlala

रोजगार के बड़े केंद्र बनेंगे अयोध्या, काशी और मथुरा

यह भी पढ़ें

CM Nayab Singh

महारानी पद्मावती गर्ल्स कॉलेज ज्ञान का मंदिर बनेगा जहां पर अच्छी शिक्षा हासिल करेगें बच्चे: सीएम सैनी

11/08/2024
Sukesh Chandrasekhar

महाठग सुकेश ने जेलकर्मियों को दिए 1.5 करोड़ रुपये प्रतिमाह, 82 पर FIR दर्ज

10/07/2022
arrested

पुलिस ने किए तीन शातिर चोर गिरफ्तार

13/09/2023
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version