भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थली मथुरा में जन्माष्टमी की धूम है। आज आधी रात को कृष्ण कन्हाई घर-घर में जन्म लेंगे। कान्हा के जन्मोत्सव का साक्षी बनने के लिए लाखों भक्त ब्रज में डेरा डाले हुए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी श्रीकृष्णोत्सव में शामिल होने के लिए यहां पहुंचे। वह यहां करीब दो घंटे तक रुके। इस दौरान उन्होंने संतों को सम्मानित किया। श्रीकृष्ण जन्मस्थान मंदिर में कान्हा के दर्शन किए।
फिरोजाबाद का दौरा करने के बाद मुख्यमंत्री योगी सोमवार दोपहर को करीब तीन बजे मथुरा पहुंचे। उनका हेलीकॉप्टर ओम पैराडाइज मैरिज होम में बनाए गए हैलीपैड पर उतरा। यहां से वह कार्यक्रम स्थल रामलीला मैदान के लिए रवाना हुए। यहां मुख्यमंत्री ने ब्रज के संतों को सम्मानित किया। इसके बाद कार्यक्रम को संबोधित किया।
योगी आदित्यनाथ ने भारत माता की जय के साथ अपने संबोधन की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि वह पहली बार जन्मोत्सव में शामिल हुए। इस अवसर का तीन वर्षों से इंतजार था। पहले वर्ष 2019 में आगरा तक आया था। केंद्रीय मंत्री के निधन के कारण मथुरा नहीं आ सका। इस वर्ष कोरोना वायरस नियंत्रण में है, लेकिन सावधानी बेहद जरूरी है।
उन्होंने कहा कि अब बिहारी लाल से यही कामना है कि कोरोना रूपी राक्षस का अंत करें। अनेकों ने अपने प्रियजनों को खोया है। उनके प्रति संवेदना है। उन्होंने कहा कि लापरवाही न करें तो महामारी बाल भी बांका नहीं कर सकती। कोरोना रूपी अदृश्य शत्रु से लड़ने की राह प्रधानमंत्री ने दिखाई है। सभी कोरोनागाइड लाइन का पालन करें।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ब्रज भूमि को पांच हजार वर्षों पूर्व का स्वरूप देने का प्रयास हो रहा है। वह ब्रज क्षेत्र के विकास में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे। सभी जनप्रतिनिधि इस ओर प्रयासरत हैं। सांस्कृतिक विरासत हमारी पहचान है। अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर का निर्माण आरंभ हो गया है। आजादी के बाद पहले राष्ट्रपति हैं, जो अयोध्या का दर्शन करने पहुंचे।
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उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में नया भारत अंगड़ाई ले रहा है। जो पहले मंदिर जाने में संकोच करते थे, अब कह रहे हैं राम हमारे भी हैं कृष्ण भी हमारे हैं। हम अपनी आध्यात्मिक संस्कृति को संरक्षित करें। यहां के कण-कण में वृंदावन बिहारी लाल का दर्शन करते हें। ब्रजवासी धन्य हैं। उन्हें इस पावन भूमि पर जन्म लेने का सौभाग्य मिला। मुख्यमंत्री ने श्रीकृष्णोत्सव के मंच से प्रदेशवासियों को जन्माष्टमी की शुभकामनाएं दीं।
वृंदावन के राधारमण मंदिर में सोमवार सुबह सेवायतों ने औषधियों से निर्मित पंचामृत से ठाकुरजी का अभिषेक किया। पंचामृत में मनोर, दूध-दही, शहद और बूरा के साथ जड़ी बूटियों का प्रयोग किया गया। प्राचीन शाहजी मंदिर में सेवायत गोस्वामियों ने ठाकुरजी का महाभिषेक दूध, दही, शहद, बूरा, इत्र से किया।
मथुरा के द्वारिकाधीश मंदिर में भी पूरे विधि विधान से कान्हा जन्मोत्सव मनाया जा रहा है। यहां सेवायतों ने मंदिर के पट खुलते ही सुबह भगवान द्वारिकाधीश का पंचामृत अभिषेक किया। इस अवसर पर द्वारिकाधीश के दर्शन करने के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी है। उधर, राधा दामोदर मंदिर में भी जन्मोत्सव की धूम है।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर जन-जन के आराध्य ठाकुर श्रीबांकेबिहारी महाराज सुंदर आकर्षित पोशाक धारण कर भक्तों को दर्शन देंगे। पीत रंग की इस पोशाक को कोलकाता के कुशल कारीगरों द्वारा बनाया गया है। लगभग एक माह से अधिक समय में यह पोशाक बनकर तैयार की गई है।
मंदिर के सेवायत रघु गोस्वामी ने बताया कि पीत रंग की इस पोशाक में कई रत्न और नगों की कारीगरी की गई है। रविवार की शाम यह पोशाक मंदिर के सेवायतों को मिली है। ठाकुरजी के एक भक्त के द्वारा इस पोशाक को अर्पित किया गया है।
ठाकुर श्रीबांकेबिहारी मंदिर में सोमवार को रात 12 बजे ठाकुर बांकेबिहारीजी महाराज के श्रीविग्रह का अभिषेक होगा। 1:56 बजे बाद मंगला आरती के दर्शन होंगे। उसके बाद 31 अगस्त की सुबह 2 बजे से 5:30 तक श्रद्धालु दर्शन लाभ ले सकेंगे तथा नंदोत्सव दर्शन प्रात: 7:45 से 12 बजे तक होंगे।