उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रत्येक वर्ष की भांति इस साल भी दीपावली गोरखपुर के वनटांगिया ग्राम में मनाई ।
श्री योगी ने आज दीपावली के अवसर पर गोरखपुर की ग्राम पंचायत तिकोनिया नम्बर-3 में वनटांगिया ग्राम के विकास के लिए लगभग 66 लाख की कुल चार परियोजनाओं का शिलान्यास एवं पांच का लोकार्पण किया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के 10 लाभार्थियों को स्वीकृति प्रमाण पत्र, पुष्टाहार योजना के 10 लाभार्थियों को ड्राई राशन किट एवं बेसिक शिक्षा विभाग के तहत प्राथमिक विद्यालय के 10 विद्यार्थियों को स्वेटर एवं ड्रेस का वितरण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने वहां लगाये गये विभिन्न उत्पादों की प्रदर्शनी/स्टाॅलों का अवलोकन किया। उन्होंने बच्चों को अन्नप्राशन भी कराया तथा गांव में भ्रमण कर लोगों से बातचीत भी की।
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इस मौके पर श्री योगी ने सभी को दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पर्व एवं त्योहार में समाज के जब सभी तबके जुड़ते है तो उत्साह कई गुना बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि गोरखपुर के चयनित 05 वनटांगिया बस्ती को राजस्व ग्राम का दर्जा दिया गया है। उन्होंने कहा कि आजादी के 70 साल से बुनियादी सुविधाओं से वंचित वनटांगियां गांवों में वर्तमान सरकार द्वारा पक्का मकान, शौचालय, पेंशन, मालिकाना हक, हैण्डपम्प, सड़क, बिजली आदि सुविधाएं उपलब्ध करायी गयी है।
उन्होंने कहा कि गरीब के चेहरे पर खुशहाली लाना तथा उन्हें शासकीय योजनाओं से लाभ पहुंचाना ही सबसे अच्छा दीवाली का उपहार है। योजनाओं का लाभ जरूरतमंदों तक पहुंच सके, इस दिशा में शासन-प्रशासन तो निरन्तर कार्य कर रहा है लेकिन आमजन को भी शासकीय योजनाओं के प्रति जागरूक होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि समाज में कोई भी पात्र व्यक्ति योजना से लाभान्वित होने से वंचित न हो इस दिशा में बिना भेदभाव केन्द्र तथा प्रदेश सरकार द्वारा कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास’ के भाव से कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 02 अक्टूबर, 2014 से प्रारम्भ स्वच्छ भारत मिशन के तहत प्रदेश के अन्दर 02 करोड़ 61 लाख गरीब परिवारों को शौचालय देने का कार्य एक मिशन मोड के तहत किया गया है। इसी का परिणाम है कि दिमागी बुखार (इंसेफेलाइटिस)बीमारी पर नियंत्रण पाया गया है। जहां वर्ष 1977 से प्रतिवर्ष 500 से 1,500 तक बच्चों की इंसेफेलाइटिस से मृत्यु हो जाती थी अथवा वे दिव्यांग हो जाते थे, वहीं प्रदेश में उनकी सरकार बनने के बाद इंसेफेलाइटिस की समस्या के निदान के लिए लगातार कार्य किया गया। इसके परिणाम स्वरूप इस वर्ष मात्र 21 मृत्यु हुई। मृत्यु को शून्य करने के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हर एक को जीने का अधिकार है।
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उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने आह्वान किया है कि कोरोना से बचाव के लिए ‘दो गज की दूरी और मास्क है जरूरी’ का अक्षरशः पालन किया जाए तथा सैनिकों के नाम दीपावली पर एक दीप जरूर जलायें। दीप मिट्टी का बना होना चाहिए। सात्विक भाव के साथ संकल्प लेकर जब हम आगे बढ़ते हैं तो परिणाम बेहतर होता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करना है। जब एक व्यक्ति आत्मनिर्भर होगा तो परिवार, समाज, प्रदेश और देश आत्मनिर्भर होगा। उन्होंने वन्य गांव से जुड़े लोगों से कहा कि वे भी स्थानीय स्तर पर कोई विशिष्ट उत्पाद तैयार करें। उन्होंने कहा कि ऐसे उत्पादों को प्रमुखता के साथ खरीदा जाएगा।
इस अवसर पर स्वागत भाषण विधायक गोरखपुर ग्रामीण विपिन सिंह ने दिया तथा धन्यवाद ज्ञापन विधायक, पिपराइच महेन्द्रपाल सिंह द्वारा किया गया। कार्यक्रम में सांसद जगदम्बिका पाल, विधायक शीतल पाण्डेय, सुश्री संगीता यादव एवं वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।