लखनऊ। राजधानी के इकाना क्रिकेट स्टेडियम के पास बनने वाला नौसेना का शौर्य संग्रहालय भारत की पांच हजार सालों की शक्ति व सामर्थ्य का प्रतीक होगा। शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने संग्रहालय के लिए भूमि पूजन व शिलान्यास किया।
यह संग्रहालय लखनऊ का नया पर्यटन स्थल बनेगा। शिलान्यास समारोह में वाइस एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी भी मौजूद रहे। 23 करोड़ की लागत से बनने वाले संग्रहालय में रिटायर्ड युद्धपोत, आईएनएस गोमती व उससे संबंधित उपकरण मिसाइल, टारपीडो, कैनन आदि का प्रदर्शन किया जायेगा। भूमि पूजन कार्यक्रम में कन्याओं को भी बुलाया गया। मुख्यमंत्री योगी (CM Yogi) ने उन्हें दक्षिणा दी।
अपने संबोधन में वाइस एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कहा कि भारतीय नौसेना और लखनऊ के बीच संबंध है। आईएनएस गोमती जिसने 34 वर्ष तक अपनी सेवाएं दी। इसे पिछले वर्ष सम्मानपूर्ण रिटायर किया गया। नौसेना में भर्ती होने वाले युवाओं में से बड़ी संख्या यूपी के युवाओं की हैं इसलिए उन्हें सम्मान देने के लिए यूपी में संग्रहालय बनाना बिलकुल उचित है।
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उन्होंने (CM Yogi) कहा कि पृथ्वी का 71 फीसदी हिस्सा पानी है। 90 फीसदी आयत निर्यात पानी के रास्ते से किया जाता है। 5000 साल पहले सिंधु घाटी सभ्यता में गुजरात में पहला बंदरगाह बना था। पानी का रास्ता सुरक्षा और समृद्धि की महत्वपूर्ण कड़ी है।
उन्होंने (CM Yogi) कहा कि ये संग्रहालय केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना में शामिल होने के लिए प्रेरणा देगा। युवा शक्ति से उम्मीद है कि वो भारत की महान धरोहर को आगे बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि यह सेना में शामिल होने का गोल्डेन टाइम है।