एमकॉम अंतिम समेस्टर की छात्रा निष्ठा श्रीवास्तव रविवार सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दर्शन में बड़ी उम्मीदों से पहुंची थी। डरी और सहमी निष्ठा ने सीएम योगी से आपबीती सुनाई और गुहार लगाई कि सीएम सर! मेरा भविष्य अंधकार में डूब जाएगा, प्लीज मदद कीजिए।
सीएम योगी ने निष्ठा के सपनों को उड़ान देते हुए अफसरों को तत्काल मदद करने और पुलिस को सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए। सीएम के निर्देश पर निष्ठा के अकाउंट में दोपहर में ही पैसा पहुंच गया।
बता दें कि कोरोना काल में संक्रमण को देखते हुए मुख्यमंत्री आवास पर रोज लगने वाले जनता दर्शन कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया था, चूंकि अब सीएम योगी के यूपी मॉडल के कारण संक्रमण न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया है। इसलिए कोरोना की गाइडलाइन के तहत आज से दुबारा मुख्यमंत्री आवास पर जनता दर्शन का कार्यक्रम शुरू किया गया।
मुख्यमंत्री योगी जनता दर्शन में आए एक-एक फरियादियों से मिल रहे थे और अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दे रहे थे। इसी दौरान लखनऊ के ऐशबाग निवासी एम कॉम की छात्रा निष्ठा श्रीवास्तव ने डबडबाई आंखों से सीएम योगी को अर्जी दी।
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सीएम योगी ने इत्मीनान से छात्रा की समस्या को सुना। निष्ठा ने सीएम को बताया कि उसने स्कालरशिप को अपने खाते में कॉलेज की फीस जमा करने के लिए रखा था, लेकिन किसी ने धोखाधड़ी से निकाल लिया। इसकी शिकायत उसने बैंक और पुलिस में भी की है।
पुलिस का कहना है कि पैसा किसी जालसाज ने निकाल लिया है और जब वह पकड़ा जाएगा, तभी वापस मिलने की संभावना है। मुझे जुलाई में अंतिम सेमेस्टर की फीस जमा करनी है। फीस के अभाव में मुझे अपना भविष्य अंधकार में दिख रहा है। बिना फीस परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं मिलेगी। निष्ठा की गुहार पर सीएम योगी ने अधिकारियों को तत्काल मदद करने और पुलिस को सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
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निष्ठा ने बताया कि सीएम के आदेश के बाद उनके अकाउंट में फीस जमा करने के लिए पैसे आ गए। अगर पैसे नहीं मिलते, तो उनका साल बर्बाद हो जाता। सीएम योगी का बहुत-बहुत धन्यवाद, जो उन्होंने हमारी मदद की। उन्होंने मुझसे कहा कि बच्ची तुम्हारा काम सबसे पहले होगा।