गोरखपुर के ऐतिहासिक खिचड़ी मेले को लेकर गोरखनाथ मंदिर सजाया जा रहा है। मकर संक्रांति पर बाबा गोरखनाथ में लाखों श्रद्धालु खिचड़ी चढ़ाने के लिए जाते है। इसके लिए जिला प्रशासन के साथ गोरखनाथ मंदिर प्रबंधन ने मिलकर तैयारी शुरू कर दी है। कोरोना के संक्रमण के मद्देनजर प्रबंधन और प्रशासन का कोविड प्रोटोकाल को शक्ति से पालन की जा रही है। इसके साथ ही खिचड़ी भोग लगाने वाले श्रद्धालु को थर्मल स्कैन के गुजरने के बाद ही मंदिर में प्रवेश मिलेगा। मास्क और सैनिटाइजर की अनिवार्यता रहेगी।
मकर संक्रांति पर शिवावतारी गुरु गोरक्षनाथ को खिचड़ी चढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार की देर शाम गोरखपुर आएंगे। 15 जनवरी की सुबह महागुरु गोरक्षनाथ को खिचड़ी चढ़ा कर मंदिर परिसर में खिचड़ी के सहभोग में शामिल होंगे। 16 जनवरी की सुबह लखनऊ के लिए प्रस्थान कर जाएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज गुरुवार की शाम 6 बजे के करीब लखनऊ से हवाई जहाज से एयरपोर्ट आएंगे। उसके बाद सड़क मार्ग से गोरखनाथ मंदिर पहुंचेंगे।
मंदिर में मकर संक्रांति मेला प्रबंधन से जुड़े पदाधिकारियों के साथ बैठक कर श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा की तैयारियों की समीक्षा कर जरूरी दिशा निर्देश देंगे। उसके बाद गोरखनाथ मंदिर में ही रात्रि विश्राम करेंगे। 14 जनवरी को भी सीएम योगी आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर में ही रहेंगे। मकर संक्रांति पर्व पर श्रद्धालुओं की सुख सुविधा का ख्याल रखेंगे। 15 जनवरी की सुबह विशेष पूजन कर गुरु गोरक्षनाथ को मंदिर की ओर से प्रथम खिचड़ी चढ़ाएंगे। उसके बाद नेपाल राज परिवार की खिचड़ी चढ़ाई जाएगी। इस दिन भी सीएम योगी आदित्यनाथ मंदिर परिसर में ही रहेंगे। 16 जनवरी की सुबह मंदिर में पूजा पाठ करने के बाद लखनऊ के लिए प्रस्थान करेंगे।
मकर संक्रांति पर केवल स्वस्थ्य श्रद्धालु ही करें स्नान : सीएम योगी
मंदिर परिसर में पांच स्थानों पर कोविड हेल्प डेस्क बनाया जा रहा है। जिसमें से चार हेल्प डेस्क मंदिर के प्रवेश द्वारा पर होंगे। वहीं, एक हेल्प डेस्क पूर्वी और एक हेल्प डेस्क उत्तरी प्रवेश द्वार पर होंगे। साथ हील मंदिर परिसर के अंदर मुख्य मंदिर गेट पर महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग हेल्प डेस्क बनाए जाएगें। सभी डेस्क पर श्रद्धालुओं के लिए मास्क की दी जाएगी। श्रद्धालुओं को मुख्य मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार से ही खिचड़ी चढ़ाने के लिए दिया जाएगा। दक्षिण द्वार से ही मेला परिसर में जाने के लिए दी जाएगी। उत्तरी यानी यज्ञशाला गेट परिसर में श्रद्धालुओं राजेंद्र नगर-बरगदवां की ओर जा सकेंगे।
इसके लिए जिला प्रशासन के कर्मचारी और पुलिस कर्मी तैनात रहेंगे। प्रत्येक जगह पर मंदिर से जुड़े शिक्षण संस्थानों के कर्मचारी, शिक्षक और विद्यार्थियों को प्रबंधन की तरफ से तैनात किया जा रहा है। मंदिर परिसर में कुल 55 कैमरे लगाए जाएंगे, फिलहाल 36 कैमरे लगाए जा चुके हैं। जबकि 19 और कैमरों को लगाने के लिए मंदिर प्रबंधन की तरफ से प्रशासन को भेजा जा गया है। इन कैमरों से मुख्य मंदिर से लेकर मेला परिसर तक निगरानी की जाएगी। परिसर में लगा खिचड़ी मेला पूरी तरह सज चुकी है। वही दुकानें भी सज चुकी हैं। मेले की अनौपचारिक शुरू हो चुकी है। इस मेला की शुरुआत मकर संक्रांति यानी 15 जनवरी से होगी।