उत्तर प्रदेश सरकार पर बेरोजगारों के साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाते हुये कहा कि कांग्रेस बेरोजगाराें के हक की लड़ाई सड़क से सदन तक रहेगी।
श्री लल्लू ने बुधवार को पत्रकारों से कहा कि योगी सरकार नौजवानों को नौकरी देने के मामले में सबसे फिसड्डी साबित हुयी है, ऊपर से जो नौकरियां आ भी रही हैं उनमें बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हो रहा है। ताजा मामला 69000 शिक्षक भर्ती का है जिसमें योगी सरकार ने पिछड़े वर्ग की लगभग 6000 सीटों पर अनियमितता की है। अभ्यर्थी की शिकायत पर राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने अपनी जांच में भी 5844 सीटों पर उत्तर प्रदेश में आरक्षण घोटाला पाया। लेकिन सरकार इस संबंध में अभ्यर्थियों की मांग सुनने से लगातार इनकार कर रही है जिससे मजबूर होकर बेरोजगार नौजवानों को अपने हक के लिए सड़क पर आना पड़ गया।
उन्होने कहा कि राज्य की योगी सरकार बेरोजगारों के साथ धोखाधड़ी कर रही है। हक मांगने वालों को वह पुलिस से डराती धमकाती है। नौकरी देने के स्थान पर उन्हें लहुलुहान कर ईको गार्डन पहुंचाकर उनकी आवाज को दबाने का प्रयास करती है। भाजपा का चाल चरित्र और दोहरा चेहरा सबके सामने है। विपक्ष में रहने पर यह पिछड़ों को रिझाने के लिये बात करते है मगर सत्ता में आकर उनके अधिकार हड़पते है। सरकार ने हर भर्ती को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिया।
श्री लल्लू ने कहा कि जब बेरोजगार नौजवान अपने हक के लिए खुद को पिछड़ों का प्रतिनिधि कहने वाले उपमुख्यमंत्री केशव मौर्या के आवास पर प्रदर्शन करते हैं तो नौकरी व न्याय तो नहीं मिलता लेकिन लाठियां जरूर मिलती हैं। 69000 शिक्षक भर्ती में पिछड़ों, आदिवासियों व दलितों के साथ धोखा हुआ है। सरकार ने पिछड़े दलितों के अधिकारों के साथ डाका डाला है लेकिन कांग्रेस इनकी आवाज दबने नहीं देगी सड़क से सदन तक इनकी आवाज उठाएंगे और जब तक न्याय नहीं मिल जाता हम इनका साथ देंगे।
उन्होंने योगी सरकार से मांग करते हुए कहा कि नौकरियां तत्काल बहाल करे। कांग्रेस संविधान की मूलधारा को समाप्त नहीं होने देगी। वंचितों के न्याय के लिए संघर्ष करती रहेगी।