जामुन, जिसे ‘इंडियन ब्लैकबेरी’ भी कहते हैं, एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी के समान है, क्योंकि यह औषधीय गुणों से भरपूर होता है। वैसे यह गर्मियों का फल है, जो लू लगने से बचाता है, लेकिन इसके और भी कई फायदे हैं। विटामिन ए, विटामिन सी, कैल्सियम, आयरन, फाइबर, पोटैशियम, मैग्नीशियम, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट्स से भरपूर यह फल मुंह के छाले, एनीमिया, गठिया और लिवर की समस्या में भी राहत देने का काम करता है।
वैसे ज्यादातर लोग जामुन खाकर उसके बीजों को बेकार समझ कर फेंक देते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि जामुन की तरह ही उसके बीज भी स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं, जो कई समस्याओं से निजात दिला सकते हैं।
डायबिटीज के मरीजों के लिए जामुन और उसके बीज दोनों ही फायदेमंद हैं। आयुर्वेद के मुताबिक, जामुन का कसैला स्वाद बार-बार पेशाब आने की समस्या को कम करने में मदद करता है। साल 2017 में एशियन पैसिफिक जर्नल ऑफ ट्रॉपिकल बायोमेडिसिन में एक रिपोर्ट प्रकाशित हुई थी, जिसमें बताया गया था कि जामुन के बीज खून में ग्लूकोज के स्तर को कम करने और इंसुलिन के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
हाई ब्लड प्रेशर (उच्च रक्तचाप) या हाइपरटेंशन की समस्या से पीड़ित लोगों के लिए जामुन का बीज किसी वरदान से कम नहीं है। दरअसल, इसमें इलाजिक एसिड नाम का फेनॉल एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है, जो ब्लड प्रेशर के स्तर में होने वाले उतार-चढ़ाव को रोकने में मदद करता है। साथ ही हाई ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रित करने का काम करता है।
जामुन के बीज पाचन से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं। इसके पाउडर का नियमित रूप से सेवन करने से पेट साफ रहता है, जिससे कब्ज की दिक्कत नहीं होती। साथ ही जामुन के बीज डायरिया, पेचिस और आंत में अल्सर की समस्याओं को दूर करने में भी मददगार हैं।