कोरोना वायरस की दूसरी लहर के कारण इस वक्त पूरे देश में अफरातफरी का माहौल है। एक अदद ऑक्सीजन बेड की तलाश में मरीज दम तोड़ रहे हैं। कई अस्पतालों में तो ऑक्सीजन सप्लाई रुक जाने की वजह से भी मरीजों की मौत हो गई। राजधानी दिल्ली में बुधवार को एक एनएसजी जवान की भी ऑक्सीजन बेड न मिल पाने के कारण मौत हो गई।
एनएसजी जवान बीके झा कोरोना संक्रमण के बाद बीते 22 अप्रैल से दिल्ली से सटे नोएडा के रेफरल अस्पताल में भर्ती थे। शुरुआती 12 दिनों तक झा की तबीयत ठीक थी लेकिन 4 अप्रैल की शाम उनकी तबीयत बिगड़ गई। ऑक्सीजन लेवल गिरने लगा।
रेफरल अस्पताल में आईसीयू बेड खाली नहीं थे इसलिए दूसरे जगह शिफ्ट करने को कहा गया। इसके बाद दिल्ली में ऑक्सीजन बेड की तलाश की जाने लगी। लेकिन अगले पांच घंटे तक उन्हें बेड नहीं मिल पाया और उनकी मौत हो गई।
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बता दें राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना के हालात बेहद बुरे हैं। बीते 15 दिनों के दौरान कई ऐसे मामले सामने आए हैं जब मरीजों की ऑक्सीजन बेड न मिलने के कारण मौत हुई है। कई अस्पतालों में ऑक्सीजन ही खत्म हो जाने के कारण मरीजों की मौत हो गई।
इस बीच मंगलवार को दिल्ली हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार को फटकार लगाई। कोर्ट ने कहा, ‘देश में जो स्थिति है, उसे देखकर आप अंधे हो सकते हैं। हम नहीं। हम लोगों को मरता हुआ नहीं देख सकते।’
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दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा- ‘केंद्र ने तो आंखों पर पट्टी बांध ली है, हम ऐसा नहीं कर सकते।’ हाईकोर्ट में अमिकस क्यूरी ने जानकारी दी है कि दिल्ली में कई लोग ऑक्सीजन की कमी की वजह से मर रहे हैं। हाईकोर्ट में एमेकस क्यूरी ने सुझाव दिया है कि कुछ जगह पर ऑक्सीजन को स्टोर किया जा सकता है, जिससे कमी का संकट कम हो।