राष्ट्रीय डेस्क. भारत में कोरोना वायरस को अब तक नौ महीने पुरे हो चुके हैं. बृहस्पतिवार को भारतीय आयुर्विज्ञान ने यह जानकारी दी कि देश में कोरोना वायरस की जांच का आंकड़ा 10 करोड़ पार हो गया है. फिलहाल और जांचे जारी हैं. देश में कोरोना के मरीजों का सिलसिला अभी थमा नही है.
ठंड में अपने शरीर को रखना है सेहतमंद तो अपनाए ये हेल्थी टिप्स
देश में जांच को शुरू हुए नौ माह पूरे
इसी साल 21 जनवरी से पुणे स्थित नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वॉयरोलॉजी (एनआईवी) में आरटी पीसीआर जांच के जरिए कोरोना वायरस की पहचान शुरू हुई थी। इन नौ माह में लैब की संख्या एक से बढ़कर 1989 हो चुकी है। शुरुआत में प्रति दिन 200 से 300 सैंपल की जांच रोजाना हो रही थी लेकिन बीते 17 दिन से रोजाना 10 लाख से अधिक सैंपल की जांच हो रही है। पिछले एक दिन में 14 लाख से ज्यादा सैंपल की जांच देश भर में हुई। इससे पहले 30 सिंतबर को एक दिन में 14 लाख से ज्यादा सैंपल की जांच हुई थी।
आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने कोरोना महामारी की लड़ाई में इसे बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा है कि टेस्ट, ट्रेस, ट्रीट, ट्रेक और टेक्नोलॉजी के जरिए भारत ने यह मुकाम हासिल किया है। दुनिया के किसी भी देश में कोरोना वायरस की सबसे ज्यादा जांच में भारत भी शामिल है।
इन नौ माह में कोरोना वायरस की जांच को लेकर देश में न सिर्फ नई नई तकनीकों को विकसित किया गया, बल्कि लैब की संख्या को भी तेजी से बढ़ाते हुए रोजाना सैंपल जांचने की क्षमता को बढ़ाया गया। पहले आरटी पीसीआर तकनीक के जरिए कोरोना वायरस की जांच होती थी लेकिन अब एंटीजन किट्स के अलावा ट्रूनेट, सीबीनैट तकनीक का भी इस्तेमाल हो रहा है। इसके अलावा जल्द ही बाजार में सीएसआईआर द्वारा खोजी गई फेलुदा किट भी आने वाली है जिसके जरिए आधे घंटे में संक्त्रस्मण का पता चल सकता है। आरटी पीसीआर जांच में करीब 2 से 3 घंटे तक का वक्त लगता है। जबकि एंटीजन किट्स के जरिए 35 से 40 मिनट में परिणाम पता चल जाता है।
ऐसे करोड़ों में बढ़ती गईं जांच
दिनांक जांच दिन
21 जनवरी 200-300 पहला
6 जुलाई 1 करोड़ 67वां
2 अगस्त 2 करोड़ 27वां
16 अगस्त 3 करोड़ 14वां
28 अगस्त 4 करोड़ 12वां
7 सितंंबर 5 करोड़ 9वां
16 सितंबर 6 करोड़ 9वां
25 सितंबर 7 करोड़ 9वां
5 अक्तूबर 8 करोड़ 10वां
13 अक्तूबर 9 करोड़ 8वां
22 अक्तूबर 10 करोड़ 9वां