नई दिल्ली। वयस्कों की तरह बच्चों में भी कोरोना वायरस के अलग-अलग लक्षण देखने को मिलते हैं। इनमें से कुछ लक्षण हर उम्र के इंसानों में देखे जाते हैं। कोरोना वायरस वयस्कों के मुकाबले बच्चों के लिए इतना घातक साबित नहीं हो रहा है। हालाकि, नई रिपोर्ट्स में लक्षणों का एक नया समूह सामने आया है जिसने सबसे बुरे तरीके से बच्चों को प्रभावित करना शुरू कर दिया।
मुंबई हमले के आरोपी तहव्वुर राणा की जमानत याचिका अमेरिकी अदालत में खारिज
कोरोना वायरस महामारी के शुरुआत से ही यही कहा जा रहा है कि बच्चों में ये बीमारी वयस्कों की तुलना गंभीर स्थिति पैदा नहीं करती। बच्चों में अभी तक कोरोना के हल्के लक्षण देखे गए हैं, जिसमें कोविड टोज़ नाम का लक्षण भी शामिल है। हालांकि, हाल में बच्चों में कोविड-19 के कुछ अलग लक्षण सामने आए हैं, जो स्थिति को गंभीर भी कर सकते हैं।
विश्व हिन्दू महासंघ नेता की धमकी- गर्दन कटवा भी सकता हूं और काट भी सकता हूं
रिसर्च के मुताबिक, कोविड-19 बच्चों में मल्टीसिस्टम इन्फ्लामेटरी सिंड्रोम (MIS-C) नामक एक गंभीर स्थिति पैदा कर सकता है। जबकि ज़्यादातर बच्चे जो कोविड-19 से प्रभावित हैं, उनमें सिर्फ हल्के लक्षण हैं, जिन बच्चों में MIS-C की स्थिति विकसित होती है, उनके शरीर के अलग-अलग अंगों में गंभीर सूजन आ जाती है, जिसमें दिल, फेफड़े, रक्त वाहिकाएं, गुर्दे, पाचन तंत्र , मस्तिष्क, त्वचा और आंखें शामिल हैं।