उत्तर प्रदेश के इटावा में शनिवार को दर्दनाक हादसा हो गया। बेटे के जन्म की खुशी में मंदिर में झंडा चढ़ाने जा रहे श्रद्धालुओं से भरी डीसीएम हादसे का शिकार हो गई। आगरा-चकरनगर रोड पर हुए इस हादसे में 11 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 30 से अधिक श्रद्धालु घायल हो गए।
घायल श्रद्धालुओं में अधिक गंभीर होने पर आठ को सैफई मेडिकल कालेज रेफर किया गया है। सभी श्रद्धालु पिनाहट आगरा के रहने वाले हैं।
महाभारत में ‘देवराज इंद्र’ का किरदार निभा चुके सतीश कौल का हुआ निधन
खिड़किया, रामलीला ग्राउंड पिनाहट, आगरा के रहने वाले वीरेंद्र सिंह बघेल के घर पर सात माह पहले बेटे का जन्म हुआ था। बेटे के जन्म की खुशी में वह परिवार व रिश्तेदारों के साथ लखना कालका मंदिर में झंडा (नेजें) चढ़ाने के लिए शनिवार को 11 बजे बजे घर से डीसीएम में सवार होकर निकले थे। डीसीएम आगरा-चकरनगर रोड पर कसौआ गांव के सामने अनियंत्रित हो गई और सड़क के किनारे स्थित 20 फिट गहरी खाई में जाकर पलट गई।
Covid-19 से बचाव के लिए NSS करेगा जागरूक
डीसीएम पलटने से उसने सवार सभी महिला पुरुष श्रद्धालु दब गए और चीख पुकार मच गई। राहगीरों की सूचना पर पहुंची बढ़पुरा पुलिस ने जैसे-तैसे सभी को निकाला और आनन फानन में जिला अस्पताल भेजा। जिला अस्पताल पहुंचने पर डाक्टरों ने 11 श्रद्धालुओं को मृत घोषित कर दिया।
अन्य 30 श्रद्धालुओं का इलाज किया जा रहा है। घटना से जिले में हड़कंप मच गया। घटना की जानकारी श्रद्धालुओं के गांव पहुंची तो बड़ी संख्या में लोग रोते बिलखते जिला अस्पताल पहुंचने लगे। पुलिस मरने वालों की शिनाख्त करने में जुटी है।