देहरादून। धामी सरकार (Dhami Government) जोशीमठ में भू-धसाव (Joshimath landslide) को लेकर गंभीर है। अग्रिम आदेशों तक एनटीपीसी निर्माण कार्यों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। इसी संबंध में मुख्यमंत्री 6 जनवरी को उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक करेंगे।
जोशीमठ में भू-धंसाव की समस्या के दृष्टिगत जिला प्रशासन ने बीआरओ के अन्तर्गत निर्मित हेलंग वाई पास निर्माण कार्य,एनटीपीसी तपोवन विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना के अन्तर्गत निर्माण कार्य व नगरपालिका क्षेत्रान्तर्गत निर्माण कार्यो पर अग्रिम आदेशों तक तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। साथ जोशीमठ-औली रोपवे का संचालन भी अग्रिम आदेशों तक रोका गया है।
प्रभावित परिवारों को शिफ्ट करने के लिए जिला प्रशासन ने एनटीपीसी व एचसीसी कंपनियों को एहतियातन अग्रिम रूप से 2-2 हजार प्री-फेब्रिकेटेड भवन तैयार कराने के भी आदेश जारी किए है।जोशीमठ में भू-धंसाव की समस्या को लेकर प्रशासन प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद पहुंचाने में जुटा है। प्रभावित परिवारों को नगरपालिका,ब्लाक,बीकेटीसी गेस्ट हाउस, जीआईसी,गुरुद्वारा,इंटर कालेज,आईटीआई तपोवन सहित अन्य सुरक्षित स्थानों पर रहने की व्यवस्था की गई है।
जोशीमठ नगर क्षेत्र से 43 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर अस्थायी रूप से शिफ्ट कर लिया गया है। जिसमें से 38 परिवार को प्रशासन ने जबकि पांच परिवार स्वयं सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट हो गए है।
भू-धसाव बढने से खतरे की जद में आए भवनों को चिन्हित किया जा रहा है। ताकि कोई जानमाल का नुकसान न हो। राहत शिविरों में बिजली, पानी, भोजन, शौचालय एवं अन्य मूलभूत व्यवस्थाओं के लिए नोडल अधिकारी नामित करते हुए जिम्मेदारी दी गई है।
खतरे की जद में जोशीमठ में एशिया की सबसे बड़ी रोपवे, मंडरा रहा भूधंसाव का खतरा
सचिवालय स्थित अब्दुल कलाम भवन के चतुर्थ तल पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सायं 6 बजे उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। बैठक में मुख्य सचिव,सचिव आपदा प्रबंधन, सचिव सिंचाई, पुलिस महानिदेशक,आयुक्त गढ़वाल मण्डल, पुलिस महानिरीक्षक एसडीआरएफ, जिलाधिकारी चमोली सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहेंगे। जो अधिकारीगण मुख्यालय में उपस्थित हैं भौतिक रूप से और अन्य अधिकारीगण जो मुख्यालय से बाहर हैं, वे वीडियो कान्फ्रेंन्सिंग के माध्यम से प्रतिभाग करेंगे।
उधर मुख्यमंत्री के निर्देश पर गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार,आपदा प्रबंधन सचिव रन्जीत कुमार सिन्हा,आपदा प्रबंधन के अधिशासी अधिकारी पीयूष रौतेला,एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट रोहितास मिश्रा,भूस्खलन न्यूनीकरण केन्द्र के वैज्ञानिक सांतुन सरकार,आईआईटी रुड़की के प्रोफेसर डा.बीके माहेश्वरी सहित तकनीकी विशेषज्ञों की पूरी टीम जोशीमठ पहुंच गई है।
गढ़वाल कमिश्नर व आपदा प्रबंधन सचिव ने तहसील जोशीमठ में अधिकारियों की बैठक लेते हुए स्थिति की समीक्षा की गई। विशेषज्ञों की टीम की ओर से प्रभावित क्षेत्रों का विस्तृत सर्वेक्षण किया जा रहा है।
जिलाधिकारी हिमांशु खुराना की लगातार स्थिति की समीक्षा की जा रही है। अपर जिलाधिकारी डा.अभिषेक त्रिपाठी एवं संयुक्त मजिस्ट्रेट डा.दीपक सैनी सहित प्रशासन की टीम मौके पर मौजूद है। जोशीमठ भू-धसाव के खतरे से निपटने के लिए एसडीआरएफ,एनडीआरएफ, पुलिस सुरक्षा बल को अलर्ट मोड पर रखा गया है।