गाजियाबाद पुलिस उपमहानिरीक्षक अमित कुमार पाठक ने रविवार को दरोगाओं को पहले फटकार लगाई, साथ ही उन्हें नैतिकता का भी पाठ पढ़ाया। दरोगाओं को जनता के साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए यह बताया।
इस मौके पर आयोजित गोष्ठी में श्री पाठक ने कहा कि वे पीड़ित जनता के साथ मधुर वाणी के साथ पेश आएं और किसी भी प्रकार का उनके साथ भेदभाव ना करें। इस मौके पर उन्होंने कहा कि अक्सर यह सुनने में आता है कि जब फरियादी थाना चौकी में जाते हैं दरोगा उनके साथ शालीनता से पेश नहीं आते। जिसके कारण हर इज्जतदार व्यक्ति थाना चौकी में आने से संकोच करता है।
उन्होंने कहा कि थाने और चौकियों का निर्माण सरकार ने इसलिए किया है ताकि पीड़ित जनता की शिकायतों का तुरंत समाधान हो सके। इसलिए हम सबकी जिम्मेदारी है कि जो हमें जिम्मेदारी शासन और सरकार ने सौंपी है उस जिम्मेदारी का निर्वाह ईमानदारी और कर्तव्य के साथ निर्वाह करना है।
उन्होंने दरोगा को नसीहत देते हुए कहा है कि यदि मुझे किसी भी फरियादी से शिकायत मिली तो मैं तुरंत संबंधित थानेदार के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही करने से नहीं हिच किचाऊंगा। इसके अलावा उन्होंने क्षेत्र में सक्रिय बदमाशों की सूची तैयार करने और उनके खिलाफ निरोधात्मक कार्यवाही करने का भी निर्देश जारी किया है।
उन्होंने कहा कि कौन सा थानेदार अपने कर्तव्य का पालन ईमानदारी से कर रहा है या नहीं, इस पर भी उनकी नजर है और वह लगातार इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। कहा कि वह किसी भी समय किसी भी चौकी या थाने में पहुंचकर आकस्मिक निरीक्षण भी कर सकते हैं।