नई दिल्ली। सोरायसिस (Psoriasis) एक ऐसी ऑटोइम्यून बीमारी (autoimmune disease) है जिसमें त्वचा के किसी हिस्से पर लालिमा के साथ उभार वाले चकत्ते और खुजली होने लगती है। यह अधिकतर घुटने, कोहनी और पीठ पर होता है। देश में करीब 2.5 करोड़ लोग इससे जूझ रहे हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक सोरायसिस (Psoriasis) के एक तिहाई मरीजों को डिप्रेशन और स्ट्रेस जैसे मानसिक रोग हो जाते हैं।
इन चीजो के सेवन करने से हो जाती है सोरायसिस जैसी समस्या
आमतौर पर लोग इसे स्किन की सामान्य समस्या समझकर नजरअंदाज करते हैं, लेकिन यह पूरे शरीर में फैल सकता है। इसलिए इलाज के साथ ही डाइट में कुछ बदलाव कर सोरायसिस (Psoriasis) को खत्म तो नहीं, लेकिन बढ़ने से जरूर रोका जा सकता है।
होल मिल्क
कैंसर और दिल की बीमारी की तरह सोरायसिस (Psoriasis) भी एक इन्फ्लेमेटरी (सूजन की) बीमारी है। फैट इन्फ्लेमेटरी टिशू है और इसे कम करने से सोरायसिस (Psoriasis) में मदद मिल सकती है। होल मिल्क यानी वसायुक्त दूध में 3.25% फैट होता है। दूध का सेवन करना ही है तो 1-2% फैट वाले मिल्क या स्किम्ड मिल्क (फैटलेस दूध) का इस्तेमाल कर सकते हैं।
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चीज
चीज भी फैट युक्त डेरी प्रोडक्ट है। इससे भी शरीर में सूजन बढ़ सकती है और सोरायसिस (Psoriasis) के लक्षण बढ़ सकते हैं। कोशिश करें कि चीज की जगह उसके जैसे स्वाद वाले फूड्स खाएं। बर्गर और सैंडविच ज्यादा खाने की आदत है तो इनसे चीज को पूरी तरह अलग करके खाएं।
प्रोसेस्ड फूड
प्रोसेस्ड फूड्स और फास्ट फूड के इन्फ्लेमेटरी गुण आपको परेशान कर सकते हैं। इनमें फैट और शुगर की मात्रा ज्यादा होती है। सोरायसिस (Psoriasis) के मरीजों को इन चीजों से दूर रहना चाहिए। उन्हें ताजे फल, सब्जियां और साबुत अनाज का सेवन करना चाहिए।
रेड मीट
रेड मीट या लाल मांस में फैट की मात्रा ज्यादा होती है। इससे सोरायसिस (Psoriasis) के मरीजों की हालत और खराब हो सकती है। रेड मीट की जगह लीन मीट, जैसे बिना स्किन का चिकन और मछली खा सकते हैं। कुछ लोगों को फिश में मिलने वाले ओमेगा 3 फैट से सोरायसिस (Psoriasis) कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
ग्लूटेन
गेहूं, जौ और राई में पाया जाने वाला ग्लूटेन नाम का प्रोटीन सोरायसिस (Psoriasis) के कुछ मरीजों को परेशान कर सकता है। कई लोग इससे एलर्जिक होते हैं। अगर आपको भी इससे एलर्जी है तो ग्लूटेन फ्री डाइट फॉलो करें।
शराब
शराब हमारे शरीर के कई अंगों को नुकसान पहुंचाती है। इससे लिवर और दिल की बीमारियां तक होती हैं। कुछ लोगों का मानना है कि यह सोरायसिस (Psoriasis) के लक्षणों को भी बढ़ा सकती है। इसलिए शराब से जितनी दूरी बना सकें, उतना अच्छा।
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कॉफी
कॉफी और चाय जैसी चीजों में कैफीन नाम का केमिकल होता है, जिससे शरीर में सूजन बढ़ सकती है। सॉफ्ट ड्रिंक्स, एनर्जी ड्रिंक्स और हॉट चॉकलेट में भी कैफीन पाया जा सकता है। इसलिए इन सभी चीजों से बचें।
चॉकलेट
चॉकलेट भी कैफीन का ही एक सोर्स है। इसलिए प्रोटीन बार, चॉकलेट के फ्लेवर वाली आइसक्रीम, टॉफी और चॉकलेट से बनी हुई मिठाइयों से दूर रहने में ही भलाई है।