हिंदू धर्म में हर काम के लिए शुभ और अशुभ दिन तय किए गए हैं। पवित्रता और सौंदर्य से जुड़े काम, जैसे नाखून और बाल काटने के भी नियम और दिन हिंदू धर्म शास्त्रों में बताए गए हैं। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, अगर व्यक्ति सही दिन और नियम के अनुसार अपने नाखून काटता है, तो उसे सकारात्मक फल प्राप्त होते हैं। वहीं हिंदू धर्म शास्त्रों में कुछ दिनों पर नाखून (Nails) काटना वर्जित किया गया है।
शास्त्रों में बताया गया है कि अगर इन चार दिनों में नाखून (Nails) काटे जाते हैं, तो जीवन में आर्थिक तंगी और दरिद्रता आ सकती है। ऐसे में आइए जानते हैं कि ये चार दिन कौन से हैं, जब नाखून नहीं काटने चाहिए?
शनिवार के दिन
शनिवार का दिन भगवान सूर्य के पुत्र और नव ग्रहों में सबसे महत्वपूर्ण शनि देव को समर्पित किया गया है। शकुन शास्त्र में बताया गया है कि शरीर के अपशिष्ट यानी नाखून, बाल का संबंध शनि ग्रह से माना जाता है। इस दिन नाखून (Nails) काटने से शनि देव नाराज हो सकते हैं। इससे धन हानि, गरीबी और दुर्भाग्य बढ़ सकता है।
मंगलवार के दिन
मंगलवार का दिन हनुमान जी और मंगल ग्रह को समर्पित माना गया है। मंगल ऊर्जा और साहस का कारक माने जाते हैं। शकुन शास्त्र के अनुसार, जो व्यक्ति मंगलवार को नाखून काटता है, उसके साहस और आत्मविश्वास में कमी आती है। साथ ही कर्ज बढ़ सकता है।
गुरुवार के दिन
गुरुवार का दिन देव गुरु बृहस्पति को समर्पित माना जाता है। वह ज्ञान, विद्या और समृद्धि का कारक हैं। गुरुवार के दिन नाखून (Nails) काटने से गुरु ग्रह कमजोर होते हैं। वैवाहिक जीवन में मुश्किलें बढ़ती हैं।
रविवार के दिन
रविवार का दिन भगवान सूर्य का माना जाता है। सूर्य देव आत्मा, स्वास्थ्य और सम्मान का कारक हैं। इस दिन नाखून काटना अशुभ रहता है। ऐसा करने से आत्मविश्वास में कमी आती है। मान-सम्मान घटता है।









