• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

वरुथिनी एकादशी पर करें इन चीजों का दान, जीवन में होगा सुख-समृद्धि का वास

Writer D by Writer D
21/04/2025
in धर्म, फैशन/शैली
0
Varuthini Ekadashi

Varuthini Ekadashi

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

पंचांग के अनुसार, भगवान विष्णु को समर्पित एकादशी का व्रत माह में दो बार किया जाता है, एक कृष्ण पक्ष में और एक शुक्ल पक्ष में। वहीं वैशाख माह कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को वरूथिनी एकादशी (Varuthini Ekadashi) कहा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दिन विधि-विधान से पूजा और व्रत का पालन करने से व्यक्ति के सभी कष्ट दूर होते हैं और मनचाहे फल की प्राप्ति होती है। एकादशी के दिन कुछ खास चीजों का दान करना शुभ होता है। मान्यता है कि इससे व्यक्ति को भगवान विष्णु की कृपा होती है और व्यक्ति के जीवन सुख-समृद्धि का वास होता है।

वरुथिनी एकादशी (Varuthini Ekadashi) कब है?

वैदिक पंचांग के अनुसार, वैशाख माह कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि की शुरुआत 23 अप्रैल को 4 बजकर शाम 4 बजकर 43 मिनट पर होगी। वहीं तिथि का समापन 24 अप्रैल को दोपहर 2 बजकर 32 मिनट पर होगा। उदया तिथि के अनुसार, वरुथिनी एकादशी के व्रत 24 अप्रैल को किया जाएगा।

वरुथिनी एकादशी (Varuthini Ekadashi) पर करे इन चीजों का दान

– वरुथिनी एकादशी (Varuthini Ekadashi) के दिन भगवान विष्णु की विधि विधान से पूजा करने के बाद गरीब और जरूरतमंदों को केला और मौसमी फलों का दान करना चाहिए। मान्यता है कि एकादशी पर फलों का दान करने से पितृदोष और शनिदोष से मुक्ति मुक्ति मिलती है।
– वरुथिनी एकादशी (Varuthini Ekadashi) पर धन का दान करना शुभ होता है। मान्यता है कि इस दिन पूजा के बाद क्षमतानुसार धन का दान करने से धन लाभ होता है साथ ही आय के नए स्रोत खुलते हैं। इस दिन सबसे पहले मंदिर में भगवान से सामने धन अर्पित या दान करना चाहिए।
– भगवान विष्णु को पीला रंग और उससे जुड़ी चीजें अति प्रिय हैं। ऐसे में वरुथिनी एकादशी पर विष्णु जी को को गेंदे के फूल अर्पित कर थोड़े से फूल दान में दे दें तो लाभ होगा। ध्यान दें कि फूलों के दान का मतलब है कि मंदिर में भगवान की सेवा के लिए फूल देना। कहते है कि इससे वैवाहिक जीवन में प्रेम बढ़ेगा।
– धार्मिक मान्यता के अनुसार, वरुथिनी एकादशी पर कपड़ों का दान करने से व्यक्ति की नौकरी में तरक्की होती है। इस दिन पहले पूजा में भगवान विष्णु के चरणों में पीले रंग के कपड़ों का दान करें।
– वरुथिनी एकादशी पर अगर मिट्टी के घड़े में जल भरकर किसी जरूरत मंद या राहगीर को दान करें तो घर में धन वैभव की वृद्धि होती है और माता लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। इस दान से संतान की आयु लंबी होती है।

Tags: Varuthini Ekadashi
Previous Post

सीता नवमी कब है, जानें पूजा-विधि

Next Post

वैशाख अमावस्या पर इन उपायों से मिलेगा पितरों का आशीर्वाद

Writer D

Writer D

Related Posts

Gujarati Kadhi
खाना-खजाना

आज खाने में लगाएं गुजराती तड़का, बनाएं ये स्पेशल डिश

06/11/2025
Tawa Paneer
खाना-खजाना

आज बनाएं चटपटा मसालेदार तवा पनीर, सब करेगा तारीफ

06/11/2025
Sattu Paratha
खाना-खजाना

ब्रेकफास्ट में बनाएं ये स्पेशल पराठा, पूरा दिन रहेंगे एक्टिव

06/11/2025
Dahi Paneer
खाना-खजाना

आज बनाएं ये स्पेशल डिश, चाटते रह जाएंगे उंगलियां

06/11/2025
hair
फैशन/शैली

बालों की चमक रहेगी बरकरार, आज़माएं ये उपाय

06/11/2025
Next Post
Vaishakh Amavasya

वैशाख अमावस्या पर इन उपायों से मिलेगा पितरों का आशीर्वाद

यह भी पढ़ें

summer

गर्मी में स्किन को रखें फ्रेश और हेल्दी, जानें आसान स्किन केयर टिप्स

18/05/2025
Sudan crisis

सूडान संकट से लौटे गोरखपुर-बस्ती मंडल के 31 नागरिक

27/04/2023
cm yogi

सीएम योगी ने अधिकारियों को दिए निर्देश, कहा- निर्दोष को छेड़ें नहीं और कोई दोषी को छोड़े नहीं

11/06/2022
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version