प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि अयोध्या में रामजन्मभूमि को लेकर उच्चतम न्यायालय के फैसने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को राजनीति के लिए धर्म के साथ अयोध्या मंदिर का नाम लेना छोड़ देना चाहिये।
श्री यादव ने सोमवार को यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिए भाजपा चंदा लेकर जनता को गुमराह न करें। सरकार की किसान नीति किसानों हित में नहीं है,बल्कि किसान विरोधी है। अगर इस नियम को लागू कर दिया तो किसानों के शोषण होगा। साथ ही बेरोजगारी बढ़ेगी। इसलिए सरकार को किसानों की बात मान लेनी चाहिए।
कोरोना काल के दौरान अयोध्या मंदिर निर्माण को लेकर उन्होंने कहा कि कोरोना काल ने आम जनमानस को आर्थिक तंगी में ला दिया है। इस दौरान सरकार द्वारा लिए गए निर्णय कहीं न कही गलत थे, जिसकी वजह से देश आर्थिक मंदी की कगार पर खड़ा है। सरकार कुछ गिने चुने व्यापारियों को फायदा पहुंचाने के लिए जनता का नुकसान करती चली जा रही है।
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प्रसपा अध्यक्ष ने गठबंधन को लेकर पूछे गये सवाल पर कहा कि आने वाले चुनावों में राष्ट्रीय पार्टी से लेकर छोटे दलों से गठबंधन करेंगे। उन्होंने बताया कि वह असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी से बात करेंगे। शिवपाल ने धर्म निरपेक्ष पार्टियों को एक साथ लेकर चलने की बात कही। उन्होंने बताया कि 24 दिसंबर से प्रदेश भर में विधानसभा अध्यक्ष, विधानसभा प्रभारी गांव मोहल्लो में जनसंपर्क कर पार्टी को मजबूत करेंगे।
श्री यादव यहां कई निजी कार्यक्रमों में शामिल होने पहुंचे थे। उन्होने चार घंटे बिताए और फिर लखनऊ के लिए रवाना हो गए।