नई दिल्ली। चीनी सैनिक पूर्वी लद्दाख में तो मुंह की खा चुके हैं, लेकिन इसके बाद वह अपनी नापाक साजिश जारी रखे हुए है। हालांकि दुनिया को दिखाने के चीन कई स्तर की भारत से वार्ता कर चुका है।
बता दें कि ड्रैगन पीओके यानि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादियों को प्रशिक्षण देने का काम कर रहा है। इस बात का खुलासा खुफिया सूत्रों से किया है। इस समय पाकिस्तान के लॉन्च पैड पर 250-300 आतंकवादी भारत में घुसपैठ करने के इरादे से बैठे हैं।
यह सभी पाकिस्तानी सेना के वर्दी वाले आतंकवादी हैं। सूत्रों की माने तो भारत की लद्दाख में मजबूत पकड़ होने के बाद से बौखलाई चीनी सेना ने अब पाकिस्तान के साथ मिलकर नई साजिश रची है। इसके तहत चीन ने अपनी लाल सेना को ड्रोन, रडार और भारी मात्रा में हथियार के साथ पीओके में भेजा है, जो भारत के खिलाफ पाकिस्तानी आतंकवादियों और सैनिकों की मदद कर रही है।
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इसके बदले में पाकिस्तान ने अपनी नार्दन लाइट इन्फ्रैंट्री के जवान चीन को दिए हैं, जिन्हें एलएसी पर तैनात किया गया है। चीन और पाकिस्तान की साजिश का खुलासा खुफिया तंत्र की मदद से हुआ है। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक गठजोड़ को अंजाम तक पहुंचाने के लिए इस साजिश की निगरानी उच्च स्तर पर हो रही है।
नॉर्थ कश्मीर की किलो फोर्स के जनरल कमांडिंग ऑफिसर के मेजर जनरल एचएस साही का कहना है कि इस समय पाकिस्तान के लॉन्च पैड पर 250-300 आतंवादी भारत में घुसपैठ करने के इरादे से बैठे हैं। मौसम अभी उनके अनुकूल है, इसलिए वो घुसपैठ की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें सर्दियां बढ़ने का इंतजार है।
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पाकिस्तानी सेना ने भारत में हमले तेज करने के लिए तालिबान के साथ मिलकर आतंकवादी संगठनों को कमान सौंपी है। जैश-ए-मोहम्मद के मुफ्ती मोहम्मद असगर खान कश्मीरी के नेतृत्व में तालिबान, लश्कर, जैश और हिजबुल की एक बैठक हुई है, जिसमें इस साजिश को अंतिम रूप दिया गया है।
इस बैठक में यह भी तय हुआ कि अब कश्मीर में हमले कोई भी संगठन करे लेकिन सभी हमलों की जिम्मेदारी हिजबुल ही लेगा।