देशभर में कोरोना महामारी ने कोहराम मचा रखा हैं। इतना ही नहीं कोरोना की दूसरी लहर दिन प्रतिदिन बेहद भयावह होती जा रही हैं। राजधानी दिल्ली समेत यूपी और महाराष्ट्र में बहुत बुरा हाल है। चिंता की बात यह है कि कोरोना से बचने के लिए अभी तक कोई दवाई नहीं आई है। आज कोरोना के कारण मरीजों की जान पर बन आई है। संक्रमण के चलते मरीजों के फेफड़ों को भरपूर Oxygen नहीं मिल पा रही है। इससे उनकी जान पर बन रही है। हालात ये हैं कि ऑक्सीजन सिलेंडर ढूंढऩे से नहीं मिल रहे हैं।
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इन सब में इतना ज्यादा समय चला जाता है कि कई मरीजों को समय से ऑक्सीजन न मिलने से उनकी जिंदगी की सांसे टूट जाती है। कुछ घरेलू उपाय हमारे इस संकट में मदद करते हैं, प्रकृति की दी हुई चीजों में इतना कुछ है कि हम घर पर भी बहुत से इलाज कर सकते हैं। महंगे सूप, जूस की बजाय रोज पीएं बस एक कटोरी दाल का पानी, चौंका देंगे फायदे
विशेषज्ञों के अनुसार पालक और चुकंदर का सूप कोरोना मरीजों में आक्सीजन स्तर को गिरने नहीं देता है. इसे पीने से फेफड़ों को पर्याप्त Oxygen मिलती है। पालक-चुकंदर में भरपूर पोषणएक्सपर्ट्स की मानें तो एलोपैथ में कोरोना के इलाज में मरीजों को जिंक, विटामिन बी-12, विटामिन-सी, कैल्शियम इत्यादि दिया जा रहा है, वह सब पालक और चुकंदर में प्राकृतिक रूप से मौजूद हैं. इसमें आयरन और नाइट्रस आक्साइड भी प्रचुर मात्रा में है।
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कोरोना से लड़ने के लिए मजबूत होगी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत आयरन से निकलने वाला नाइट्रस आक्साइड रक्त में आक्सीजन की मात्रा बढ़ाता है। इससे फेफड़ों को भरपूर ऑक्सीजन मिलती है। साथ ही इसका सूप लाल रुधिर कणिकाओं (आरबीसी) और श्वेत रुधिर कणिकाओं (डबल्यूबीसी) को भी बढ़ता है। कोरोना के खिलाफ लडने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। पालक-चुकंदर का सूप लेने से RBC बढ़ता है। पर्याप्त ऑक्सीजन मिलने से फेफड़ों की कार्य क्षमता बढ़ती है।
इस तरह बनाएं सूपइसके लिए आपको चाहिए पालक एक किलो और चुकंदर आधा किलो। दोनों को कुकर में बिना पानी डाले 10 मिनट तक उबाल लें। इस दौरान पालक और चुकंदर के उबले हुए मिश्रण को बतौर सूप इस्तेमाल करने के लिए छान लें. इसके बाद इसमें सेंधा नमक और नींबू मिलाकर ले सकते हैं. इस सूप को कोई भी पी सकता है। जो लोग पॉजिटिव नहीं हैं, वह भी इसे ले सकते हैं। इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होगी।
नोट– इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं। हम इनकी पुष्टि नहीं करते। इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।