वाराणसी। पूरे यूपी में बिजली कर्मियों की हड़ताल (Electricity strike) के बीच शनिवार को बड़ी कार्रवाई हुई है। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम में संविदा पर काम करने वाले विभाग के 2125 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया है। इसके अलावा निगम की ओर से गाजीपुर, बस्ती और फतेहपुर के अलग-अलग थानों में 23 नामजद लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। इसमें 20 संविदा कर्मी, दो जेई और एक अधिकारी शामिल हैं। पूर्वांचल डिस्कॉम (Purvanchal Discom) के निदेशक कार्मिक शेष कुमार बघेल ने यह जानकारी दी।
जिन संविदा कर्मियों को बर्खास्त किया गया उनमें वाराणसी के 372, आजमगढ़ के 251, प्रतापगढ़ के 100, बलिया के 58, चंदौली के 25 मऊ के 16 और कुशी नगर के 150 शामिल हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पूर्वांचल डिस्कॉम में अभी बड़ी पैमाने पर कार्रवाई बाकी है।
सीएम ने कहा था कि अराजकता पैदा करने वाले बिजली कर्मचारियों को सूचीबद्ध करें। बिजली फीडर बंद करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करें।
बृहस्पतिवार की रात 10 बजे से शुरू बिजली कर्मियों की सांकेतिक हड़ताल (Electricity strike) शनिवार को भी जारी रही। शनिवार की देर शाम शहर के ज्यादातर हिस्से में अंधेरा छाया रहा। पुलिस व प्रशासन ने व्यवस्था बनाने का प्रयास किया, लेकिन असफलता मिली। चांदपुर औद्योगिक क्षेत्र में ही शुक्रवार की रातभर बिजली नहीं आई। शनिवार की सुबह बिजली आई, लेकिन बार-बार कटौती की समस्या बनी रही।
विद्युत कर्मियों की हड़ताल पूरी तरह से निष्फल, निष्प्रभावी एवं असफल रही: एके शर्मा
शनिवार की रात भी बिजली गुल रही है। मंडुवाडीह उपकेंद्र से जुड़े लहरतारा, भिटारी, हथियान वीर बाबा कालोनी न्यू बेदौली, लोहता, बौलिया, रोहनिया, शिवपुर, वरुणापार के अधिकांश मोहल्लों में भी बिजली संकट रहा। शिवपुर, पांडेयपुर, सुंदरनगर, भिखारीपुर व सारनाथ क्षेत्र में भी परेशानी रही। वीआईपी इलाकों में भी संकट बरकरार रहा।