आगरा। जिले के फतेहाबाद के नगर पंचायत कार्यालय में शुक्रवार को अधिशासी अधिकारी (ईओ) डॉ. कल्पना बाजपेई (Kalpana Bajpai) और नगर पंचायत अध्यक्ष आशा देवी चक के बीच बिल भुगतान पर विवाद हो गया। अधिशासी अधिकारी का आरोप है कि कार्यालय में उनको बंधक बना लिया गया। मोबाइल छीनने की कोशिश की। फोन करने पर पहुंची पुलिस ने उनको छुड़वाया। मामले में नगर पंचायत अध्यक्ष, उनके बेटे, भाई और चार अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने नगर पंचायत अध्यक्ष के बेटे और भाई को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं नगर पंचायत अध्यक्ष ने आरोप निराधार बताए हैं।
ईओ कल्पना बाजपेई (EO Kalpana Bajpai) ने पुलिस को बताया कि शुक्रवार दोपहर करीब दो बजे वह अपने कार्यालय में बैठी थीं। नगर पंचायत अध्यक्ष आशा देवी चक, भाई मनीष और बेटे तरुण के साथ आईं। बिना काम पूरा हुए भुगतान का दबाव बनाने लगीं। मना करने पर हंगामा शुरू कर दिया। उन्होंने अपने मोबाइल से वीडियो बनाना शुरू कर दिया। मोबाइल छीनने की कोशिश की। उन्हें बंधक बना लिया। उन्होंने प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को फोन पर जानकारी दी।
पुलिस अधिकारी और तहसीलदार मनोज कुमार मौके पर पहुंचे। अधिशासी अधिकारी को थाने ले आए। थाना फतेहाबाद के प्रभारी निरीक्षक आलोक सिंह ने बताया कि ईओ की तहरीर पर अभद्रता, सरकारी कार्य में बाधा डालने, मोबाइल छीनने की कोशिश, सात सीएलए में मुकदमा दर्ज किया है। आरोपी तरुण और मनीष को गिरफ्तार कर लिया है।
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नगर पंचायत अध्यक्ष आशा देवी चक और अधिशासी अधिकारी कल्पना बाजपेई के बीच शुक्रवार दोपहर में हुए विवाद के बाद थाने में भी करीब चार घंटे तक हंगामा चलता रहा। शाम 5 बजे भाजपा जिलाध्यक्ष पहुंच गए। कार्यकर्ता जुट गए। दोनों पक्षों की ओर से आरोप-प्रत्यारोप लगाए जाते रहे। रात आठ बजे जिलाध्यक्ष और नगर पंचायत अध्यक्ष के जाने के बाद हंगामा शांत हुआ।