हरदोई। भरावन, सुरसा, बावन, टड़ियावां के 141 तत्कालीन प्रधान और 41 सचिव अब कार्रवाई के घेरे में आए हैं। इन प्रधानों के खिलाफ कार्रवाई के लिए विजिलेंस ने लखनऊ में प्रथम सूचना रिपोर्ट (FIR) दर्ज कराई है। अगर जांच एजेंसी तह तक जाती है तो वे चेहरे भी उजागर होंगे जिनके इशारे पर घोटाले को अंजाम दिया गया था।
बावन ब्लॉक के तत्कालीन प्रधान
बरखेरा के नरेश पाल सिंह, बलेहरा की मायादेवी, लोनार की मुन्नी देवी, सकाहा के आदित्य कुमार सिंह, पलिया कोइलहा के श्याम सरोज, मानपुर की रामवती, गदाईपुर के अरविंद कुमार सिंह, दुलापुर उचौली की मुन्नी देवी, भीखपुर के मुनेश्वर प्रसाद, करनपुर के राजेश कुमार सिंह, मिरकापुर की पूनम देवी, बघौरा मल की चमेली, रामपुर छैया के राम प्रकाश, सुहेड़ी के गुरुलाल सिंह, मानीमऊ की ऊषा रानी, रारा की मीनू सिंह, नयागांव हबीबपुर के अभिषेक वाजपेयी, कौंढ़ा की कृष्णा देवी, गुलामऊ की गीता, फूलबेहटा के भगवान पाल, ककवाही के श्रवण कुमार, अनंगबेहटा के कमरूल, महोलिया शिवपार के गोविंद सिंह, भरिगवां की रानी, बन्नई की ओमवती, खुमारीपुर के अवधेश कुमार, सकतपुर के विपिन कुमार, मझरेता की विषता देवी, भिठारी की मंशा देवी, मुजाहिदपुर की गुंजन, नयागांव के विष्णु कुमार पांडेय, हुसैनपुर सहोरा छुटकौनू, बबनापुर की प्रेमलता, बजेहरा की कमला देवी, गइधरा के श्याम लाल, गंगौली के राजेंद्र, जगदीशपुर की रामश्री, बरेला तिगावां की कांता देवी, शेखपुर सरिया की फूलमती, चंदरसीपुर सहिजना की विमला देवी, पकरी के विजय पाल, सोनेपुर के करनवीर, जिलगांव के शिव सिंह, महरेपुर की रामरानी, बरवन की पारूल सिंह, बाजपुर नकटौरा के सरजू, दुलापुर तिगावां के रामपाल सिंह, मत्तीपुर के सतेंद्र प्रताप सिंह, अल्लीपुर के प्रेम चंद्र राठौर, बेहटा सधई के अमित प्रताप सिंह, बिसकुला के सुभाष चंद्र, बेहटी के शिव करन पाल, तत्यौरा की पूनम सिंह, कोर्रिया की निर्मला यादव, सकरा के महेंद्र पाल सिंह, पुरौरी की सुशीला, नेवादा चौगवां के आकाश सिंह, एजा के अलख पाल, औहदपुर डभेलिया के बाबूराम, बेहटा धीरा के राजीव कुमार सिंह, बेहटा गोकुल के चेता, सहिजना के अरुण कुमार, कुुंवरपुर की सुमन देवी, उधरनपुर के प्रदीप सिंह, जटौली की राजरानी के साथ ही वीरपाल।
टड़ियावां ब्लॉक के तत्कालीन प्रधान
पुरवा देवरिया के अरविंद कुमार, अलीनगर की कुंती पाल, सैथामऊ के कन्हई उर्फ कन्हैया लाल, नानक गंजग्रंट की ममता राठौर, बर्रा सरॉय के विजय सिंह, सखौरा के बालकराम, आदमपुर के कन्हैया लाल, महमदपुर की रेशम, काला आम के अशोक कुमार, साखिन रमुआपुर की प्रमिला सिंह, जगरौली के देशराज, जयराजपुर की कमला, भौता कमालपुर के सर्वेश कुमार, हरिहरपुर की प्रेमवती, गुलरिहा के विक्रम, सिंघौना की प्रेमलता, देबिया फत्तेपुर की अनीता सिंह, गौरा डांडा के कृष्णपाल सिंह, बहर की सीमा सिंह, आशा की कुसुमा सिंह, बोझवा की अंजू वर्मा, सारीपुर छछेटा की जगरानी, भैंसरी की शशी सिंह, थोक खाला की सुनीता देवी, पूरा बहादुर की अर्चना, बरगावां अहरापुर के ओम प्रकाश, दानियाल गंज के मानसिंह, जपरा की इंद्राणी, लिलवल के विद्यासागर, शिवरी की राम लली, नन्हें की अनीता, रावल की सरस्वती, अयारी की पूजा कटियार, लालपुर भैसरी की ऊषा, हर्रई की सहीना बेगम, बहोरवा की अंजली, बरौली के राम विलास, निबुआई की बिटानश्री, खेरवा दलौली के महेश पाल, अलीसा बाग के विनोद कुमार, नरायणपुर ग्रंट की रामश्री, सड़िला की ब्रजरानी, परसनी के श्यामलाल, बेहटा चांद की गुड़िया गौतम, कोटरा के मदनपाल, सेमरौली की बिटौली।
भरावन ब्लॉक के तत्कालीन प्रधान
गोड़वा खेम के जसवंत, महीठा की कुसुम, वृंदावन की नूरजहां, सुआगाड़ा तिगावां के होरीलाल, लोधौरा के राजाराम मिश्रा, हड़हा के अवध नरेश, कौड़िया की नीलम देवी, एराकाकेमऊ के रामेश्वर, पवायां की कल्पना, डांडा के छोटेलाल।
जिन ग्राम सचिवों पर हुई एफआईआर उनमें नीरज कुमार, लाल बहादुर, पालसा देवी, श्रीश मिश्रा, सतेंद्र कुमार शर्मा, प्रेमपाल, रिजवान अली, नाजो जुल्फिकार, श्रीशचंद्र वाजपेयी, लक्ष्मी नारायण, मोहित पाठक, शशिकांत द्विवेदी, अंकिता सिंह, आकांक्षा सिंह, प्रवीन कुमार, केशव शुक्ला, नरेंद्र कुमार, रविकांत, अभिनव मेहरोत्रा, सर्वेश कुमार, अभयराज, सुनीता वर्मा, दीक्षा त्रिपाठी, कौशलेंद्र कुमार, शूलपाणि मिश्रा, अमित पांडेय, रामकृष्ण, संजीव कुमार त्रिपाठी, अरविंद कुमार, शिव प्रकाश, राहुल सिंह, सुनील पाल, अनुज कुमार, अजय मिश्रा, अंकिता दीक्षित, राजवीर सिंह, लाल बिहारी, पूनम राज वर्मा, नेहा चौरसिया, प्रवीन कुमार, अमर सिंह शामिल हैं।