नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव का परिणाम किसी भी वक्त आ सकता है। डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडेन के बीच करारा मुकाबला जारी है। अमेरिका को जल्द नया राष्ट्रपति मिल सकता है।
इस चुनाव परिणाम का इंतज़ार जितना अमेरिकियों को है उतना ही भारत को भी है। भारत अमेरिका के बीच दोस्ताना संबंध हैं। डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच की दोस्ती को दुनिया जानती है और अब जब अमेरिका को उसका नया राष्ट्रपति मिलने जा रहा है तब भारत के अमेरिका के साथ क्या संबंध रहेंगे?
इस बारे में विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने मीडिया के बीच बात करते हुए अमेरिका और भारत के संबंधों को लेकर कहा कि भारत-अमेरिका का संबंध इतना घनिष्ट है कि अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में कोई भी जीते इससे आपसी संबंधों पर असर नहीं पड़ेगा।
उन्होंने ये भी कहा कि अमेरिका का आपस में कई क्षेत्रों में सहयोग है। चुनाव कोई भी जीते लेकिन अमेरिका हमेशा से ही भारत को समर्थन देता रहा है। हमें उम्मीद है कि आगे भी ऐसा हो होगा। उन्होंने चीन के मुद्दे पर जवाब देते हुए कहा कि चीन ने एकतरफा तरीके से काम किया जिसकी वजह से द्विपक्षीय संबंधों पर असर पड़ा है। उन्होंने यह भी कहा अब अमेरिका की सत्ता बदलने जा रही है हो सकता है चीन की तरफ से भी कुछ तस्वीर बदले।
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वहीं, राष्ट्रपति पद के चुनाव की मतगणना अभी भी जारी है। इस बीच विस्कॉन्सिन में वोटों की गिनती को लेकर विवाद की स्थिति बन गई है, ट्रंप खेमा यहां मतगणना फिर से करवाने और मिशिगन में वोटिंग बंद कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुका है।
अगर अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव का मुकाबला हुआ टाई तो जानें क्या होगा?
एक तरफ, डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि वे चुनाव जीत चुके हैं, लेकिन उन्हें डर है कि जो बाइडेन नतीजों में धांधली कर सकते हैं। दूसरी ओर, ट्रंप के जीत के दावे पर कटाक्ष करते हुए जो बाइडेन ने ट्वीट कर लिखा कि अमेरिका का राष्ट्रपति कौन होगा यह जनता तय करती है? इसका दावा नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सत्ता ली नहीं जा सकती है और न ही इसका दावा किया जा सकता है। यह लोगों से मिलती है। यह उनकी इच्छा है जो यह निर्धारित करती है कि संयुक्त राज्य का राष्ट्रपति कौन होगा?