उत्तर प्रदेश के बहराइच ज़िले में नेपाल से शादी का झांसा देकर दो युवतियों को बेचने के लिए गुजरात लेकर जाने की फिराक में भारत-नेपाल सीमा पार कर रहे चार मानव तस्करों को एसएसबी के जवानों ने दबोच लिया।
पकड़े गए मानव तस्करों को एसएसबी ने नेपाल पुलिस के हवाले कार्रवाई करने के लिए सौंप दिया। बरामद युवतियों को सुरक्षित घर पहुंचाने की जिम्मेदारी नेपाली संस्था को सौंपी गई है।
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अधिकृत सूत्रों ने बताया कि भारत-नेपाल सीमा पर स्थित रूपईडीहा सीमा पर सुरक्षा के उद्देश्य चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। सहायक कमांडेंट अनिल यादव को मुखबिर से सूचना मिली कि नेपाल से कुछ युवक युवतियों को बहला-फुसलाकर बेचने के लिए कहीं ले जाने की फिराक में है। कुछ ही देर में नेपाल पारकर भारत की सीमा को पार करेंगे।
सूचना पर सहायक कमांडेंट ने सीमा पर तैनात महिला व पुलिस जवानों को अलर्ट कर खुद गश्त करने लगे। इसी दौरान नेपाल की ओर से तीन पुरूष व एक महिला नेपाल की ओर से आते हुए दिखाई दिए और साथ में मौजूद दो युवतियों को कुछ समझा रहे थे। शक होने पर एसएसबी के जवानों ने रोका और पूछताछ शुरू की। संदेह होने पर चारों से अलग व दोनों युवतियों से अलग-अलग पूछताछ की तो मामला मानव तस्करी से जुड़ा पाया।
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सहायक कमांडेंंट ने बताया कि पकड़े गए तस्करों ने बताया कि वह शादी करने के लिए गुजरात के अहमदाबाद लेकर जा रहे है, जबकि युवतियों को ऐसी कोई जानकारी ही नहीं है। जब सख्त होकर पूछताछ की गई तो मानव तस्करी की बात को सभी ने स्वीकार किया। पकड़े गए तस्करों की पहचान राम बहादुर वर्मा, नरेश सुनार, नितेश विश्वकर्मा व महिला विष्णु कुमार सुनार के रूप में हुई है। पकड़े गए तस्करों को नेपाली पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया है। बरामद युवतियों को उनके घर पहुंचाने के लिए शांति पुनर्स्थापना गृह नेपाल को सुपुर्द कर दिया गया।