बांदा। नेहरू नगर निवासी एक परिवार वाराणसी से वापस लौटते समय उत्तर प्रदेश के बांदा में सड़क दुर्घटना ( road accident) का शिकार हो गया है। माइनिंग इंजीनियर दंपत्ति अपने परिवार के साथ वाराणसी गए हुए थे, वहां से सभी लोग छतरपुर जा रहे थे।
इसी दौरान झांसी-मिर्जापुर नेशनल हाइवे पर सोमवार को उनकी कार अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पेड़ से टकरा गई। हादसे में इंजीनियर, उसकी पत्नी व सास की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं बेटी ने अस्पताल में दम तोड़ा है।
जानकारी के मुताबिक क्रास स्ट्रीट-1 स्टील कालोनी नेहरू नगर निवासी हलधर प्रसाद सिंह (45 वर्ष) माइनिंग इंजीनियर है। वे अपनी पत्नी वंदना सिंह और बेटी अनविका सिंह के साथ भिलाई में रहते थे। वहीं उनका एक और घर मध्यप्रदेश के छतरपुर सटई रोई मोहल्ला ग्रीन एवेन्यू में भी है।
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वहां पर उनकी सास चंद्रावेशन अपने परिवार के साथ रहती थी। हलधर प्रसाद सिंह, अपनी पत्नी वंदना और बेटी अनविका सिंह के साथ पहले छतरपुर गए। वहां से अपनी सास चंद्रावेशन को लेकर वाराणसी पहुंचे। वाराणसी में हलधर प्रसाद सिंह का पैतृक गांव है। वहां पर उनकी मां की तबीयत खराब है। वह कैंसर से पीड़ित है। वे अपनी मां से मिले और काशी विश्वनाथ मंदिर से दर्शन किया।
वहां से उन्होंने अपनी मां व पिता को ट्रेन से भिलाई के लिए रवाना किया और खुद अपने परिवार के साथ अपनी कार क्रमांक सीजी-07 एमए 6309 से वापस छतरपुर के लिए निकले। वे छतरपुर में अपनी सास चंद्रावेशन को छोड़कर वापस भिलाई लौटने वाले थे। इसके पहले झांसी-मिर्जापुर नेशनल हाइवे पर बांदा जिले में गिरवां थाना क्षेत्र में हादसे का शिकार हो गए।
कार अनियंत्रित होकर सड़क किनारे स्थित कौहा पेड़ से टकरा गई। कार की गति इतनी ज्यादा तेज थी कि कार के परखच्चे उड़ गए। वहीं हलधर प्रसाद सिंह, उनकी पत्नी वंदना सिंह और सास चंद्रावेशन की मौके पर ही मौत हो।