लोनी। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के लोनी में एक घर में आग (Fire) लगने से तीन बच्चों समेत चार की मौत हो गई। जबकि दो झुलस गए हैं। परिवार में चार मौत होने से कोहराम मच गया है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार, लोनी कोतवाली क्षेत्र के कंचन पार्क कॉलोनी में रविवार सुबह करीब छह बजे मकान की दो मंजिल में भीषण आग लग गई। आग (Fire) की चपेट में आने से तीन बच्चे जीशान, अयान, शान और महिला गुलबाहर की मौत हो गई।
दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाया और शवों को बाहर निकाला। आग लगने के सही कारण का पता नहीं चल सका है। सूचना पाकर अधिकारी मौके पर पहुंचे।
मूल रूप से मवाना मेरठ के रहने वाले शाहनवाज और शमशाद लोनी के कंचन पार्क कॉलोनी में करीब 30 साल से रह रहे हैं। दोनों भाई सिलाई का काम करते हैं। शाहनवाज के परिवार में पत्नी गुलबहार दो बच्चे जीशान और अयान हैं। शमशाद के परिवार में उसकी पत्नी आयशा और दो बच्चे शान और जान हैं। यह सभी आठ लोग चार मंजिल के मकान में रहते हैं। शनिवार रात सभी लोग मकान की चौथी मंजिल में दो अलग-अलग कमरों में सोए थे।
पड़ोसी की छत पर कूदकर बचाई जान
सुबह अचानक तीसरी मंजिल में आग लग गई। आग लगने पर पूरे मकान में धुआं फैल गया। धुआं फैलने पर शाहनवाज, शाहनवाज की पत्नी आयशा, शाहनवाज के बेटे जान ने पड़ोसी की छत से कूद कर जान बचाई।
बाकी परिवार के सदस्य अंदर फंस गए। इस पर दोनों भाई फिर वापस अंदर घुसने का प्रयास करने लगे। आग चौथी मंजिल तक पहुंच चुकी था। शोर शराबा होने पर आसपास के लोग जमा हो गए। उन्होंने परिवार के लोगों के साथ मिलकर पानी डालकर आग बुझाने का काम शुरू किया।
कुछ देर बाद पुलिस और दमकल विभाग को सूचना दी गई। सूचना पाकर पुलिस और अग्निशमन विभाग के टीम मौके पर पहुंची। उन्होंने पानी डालकर आग बुझाने का काम शुरू किया। करीब एक घंटे बाद आग पर काबू पाया गया। अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों ने घर के अंदर फंसे बच्चे और महिला को बाहर निकाल। घटना की सूचना मिलने पर डीसीपी ग्रामीण अधिकारी मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया।
जान पुत्र शमशाद (4), आयशा पत्नी शमशाद (30) घायल हैं। गुलबहार पत्नी शाहनवाज (32), शान पुत्र शमशाद (8), जीशान पुत्र शाहनवाज (7), और अयान पुत्र शाहनवाज (4) की मौत हो गई है।
आग (Fire) लगने के कारण का नहीं पता चल सका
इस घटना में बचे लोगों ने बताया कि आग कैसे लगी उन्हें जानकारी नहीं है। नीचे वाली मंजिल से धुआं और आग की लपेटें निकल रही थीं। तीसरी मंजिल पर सिलाई मशीन का सामान और कपड़े रखे हुए थे। संभावना है कि शॉर्ट सर्किट से आग लगी और पूरे मकान में फैल गई।