लखनऊ। प्रदेश सरकार के मंत्रियों और प्रमुख सचिव तक पहुंच बताकर लोगों को ठेका दिलाने के नाम पर ठगने वाले जालसाजों को चिनहट पुलिस ने गिर तार किया है। आरोपित ऊंची पहुंच बताकर फर्जी वर्क आर्डर बनाकर लोगों को अर्दब में लेते थे। आरोपितों के कब्जे से फर्जी मोहर, कूट रचित वर्क आर्डर व फर्जीवाड़े के अन्य दस्तावेज बरामद हुए हैं।
थाना प्रभारी चिनहट ने बताया कि आरोपितों के खिलाफ चिनहट निवासी अजय सिंह यादव ने नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पीडि़त का आरोप था कि आरोपितों ने सचिवालय में क प्यूटर सेन्टर बनाने व स पूर्ण प्रदेश का राशन कार्ड डाटा फीडिंग का टेन्डर दिलाने का दावा किया था। इसके एवज ने आरोपितों ने पीडि़त से 65 लाख रुपये बतौर घूस ली थी। आरोप है कि पीडि़त को आरोपित काफी दिनों तक टहलाते रहे। बाद में अधिकारियों का स्थानान्तरण हो जाने बहाना बताने लगे। पीडि़त को आरोपित किसी अन्य विभाग का ठेका दिलाने की दावा करते रहे।
काफी दिन बीत जाने के बाद भी पीडि़त को ठेका नहीं मिला। इस दौरान पीडि़त को आरोपितों की जालसाजी का पता चल गया था। इस पर पीडि़त अपने पैसों की वापसी करने के लिए कहने लगा। आरोपित उसके टालमटोल करते रहे थे। जिसपर पीडि़त ने आरोपित के खिलाफ रिपोर्ट दर्र्ज कराई थी। सोमवार को पुलिस ने आरोपित को गिर तार कर लिया है। पूछताछ में आरोपित ने अपना नाम मंगलपुर इस्माइलगंज गाजीपुर निवासी अब्दुल खालिक और विकासनगर सेक्टर 6 निवासी फसिहउज्जमां बताया है। पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से प्रदेश सरकार को कूट रचित पत्र, खाद्य एवं रसद विभाग प्रदेश सरकार का पत्र, विशेष सचिव संयुक्त खाद्य एवं रसद विभाग उत्तर प्रदेश की फर्र्जी 3 मुहरें और एक लैपटॉप बरामद किया है।
नौकरी के नाम पर भी ठग चुके हैं
थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपित शातिर किस्म के हैं। अपनी ऊंची पहुंच और प्रदेश सरकार के फर्जी पत्र दिखाकर लोगों को आरोपित अर्दब में लेते हैं। आरोपित सरकारी विभाग में नौकरी दिलाने का दावा भी करते थे। आरोपितों ने अपने चंगुल में कई लोगों को फंसा रखा है। जिनसे आरोपितों ने नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से लाखों रुपये ले रखे हैं। पुलिस आरोपितों से पूछताछ कर मामले की तह तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।