मुरादाबाद। पाकबड़ा थाना क्षेत्र में सरकारी कर्मी बताकर वाहनों से वसूली करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सभी वाहनों पर रिफलेक्टर लगाने के नाम पर 300 रुपये वसूल किए जा रहे थे। राजस्थान के ट्रक चालक की सूचना पर एएसपी सिविल लाइंस द्वारा गिरोह का पर्दाफाश किया गया। कोर्ट में पेश करने के बाद सभी आरोपितों को जेल भेज दिया गया।
राजस्थान के बीकानेर जिले के पांचू थाना क्षेत्र के नाथूसर गांव निवासी बाबूलाल ट्रक चालक हैं। वह ट्रक पर लकड़ी लादकर गोंडा से गंगानगर जा रहा था। शनिवार रात करीब 12 बजे बाबूलाल पाकबड़ा थाना क्षेत्र के अगवानपुर बाईपास स्थित हकीमपुर रेलवे फाटक के पास पहुंचा। इसी बीच बोलेरो सवार आधा दर्जन लोगों ने ट्रक रोक लिया। बाबूलाल से कहा कि हम लोग ट्रैफिक मैनेजमेंट डिपार्टमेंट से हैं। वाहनों में रिफ्लेक्टर लगा रहे हैं। तुम भी 300 रुपये दे दो रिफ्लेक्टर लगेंगे। 300 रुपये लेकर बाबूलाल को पर्ची थमा दी गई।
इसके बाद रिफ्लेक्टर नहीं लगाए। बाबूलाल ने रिफ्लेक्टर लगाने की बात कही तो बोलेरो सवार लोगों ने गाली-गलौज कर बाबूलाल को भगा दिया। बाबूलाल वहां से निकलकर मोढ़ा तैया गांव के समीप ढाबे पर पहुंचा। पुलिस के मुताबिक उसने पूरे मामले की जानकारी एसएसपी को दी। उन्होंने एएसपी सिविल लाइंस सागर जैन व पाकबड़ा पुलिस को लगाया।
एएसपी ने आरोपितों को पकड़ने के लिए ट्रक में कुछ सिपाहियों को बैठा दिया। इसके बाद एएसपी सागर जैन प्राइवेट गाड़ी से पहुंच गए। बाबूलाल ट्रक लेकर वहां पहुंचा और वसूली कर रहे लोगों से पैसे देने की बात कही। इसी बीच ट्रक में सवार पुलिसकर्मियों ने एएसपी के इशारे पर अवैध वसूली करने वालों को दबोच लिया। पुलिस सभी को पाकबड़ा थाने ले आई। पुलिस की पूछताछ में सभी ने अपने नाम सुबोध निवासी शिवचैक थाना परीक्षित मेरठ, मनोज, अमित व गौरव शर्मा निवासी सिंभावली बागपत, गौरव निवासी शक्तिनगर हापुड़, भरत निवासी थाना खेकड़ा बागपत और हिमांशु निवासी आवास विकास थाना हापुड़ बताया। पुलिस ने सभी के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया।