लखनऊ। रिवर फ्रंट डेवलपमेंट घोटाले में सीबीआई की छापेमारी मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी रही। 24 घंटे से की जा रही छापेमारी में 42 ठिकानों पर अफसरों और नेताओं के घर पर दस्तावेज तलाशे जा रहे हैं। सीबीआई ने छापों के दौरान अफसरों व उनके रिश्तेदारों के घर से नगदी व सोने-हीरे के गहने भी जब्त किए हैं।
छापेमारी में आईएस अफसर के रिश्तेदारों के नाम भी सामने आ रहे हैं। गोरखपुर में भाजपा विधायक राकेश बघेल के घर से सीबीआई ने दस्तावेजों के अलावा 5 लाख रुपए नगद भी बरामद किए हैं। विधायक इन पैसों का हिसाब नहीं दे पाए हैं।
मेरठ में सीनियर आईएएस के ससुराल में रिवर फ्रंट संबंधित घोटाले की जांच की जा रही है। वैदिक प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड ने इस रिवर फ्रंट में काम किया था। कंपनी के सीईओ हरपाल सिंह हैं। मेरठ में इसका मुख्य कार्यालय है। सीबीआई ने सीनियर आईएएस के रिश्तेदारों के घर से दस्तावेज बरामद किए हैं। यहां से बरामद गोल्ड और डायमंड का सीबीआई ने हिसाब मांगा है। गहनों की खरीदी के बिल भी मांगे हैं। उत्तर प्रदेश के 5 इंजीनियरों से उनके घर से बरामद गोल्ड के भी दस्तवेज मांगे गए हैं।
उधर, सीबीआई की 24 घंटे से ज्यादा छापेमारी के दौरान यूपी के पूर्व चीफ इंजीनियर के घर से एक करोड़ से ज्यादा की एफडी के पेपर्स मिले हैं। इंजीनियर का परिवार इसका हिसाब नहीं दे पाया। सीबीआई की टीम ने उन एफडीआर और डॉक्यूमेंट को कब्जे में ले लिया है। सीबीआई के सूत्र बताते हैं कि एक करोड़ से ज्यादा की प्रॉपर्टी को पूर्व चीफ इंजीनियर ने अपनी पत्नी के नाम ट्रांसफर करवा रखा है। अलीगढ़ में चीफ इंजीनियर काजिम अली के शिवालिक अपार्टमेंट स्थित आवास पर सीबीआई ने दबिश देकर वहां से कई अहम दस्तावेज बरामद किए हैं।
बताया जा रहा है कि सीबीआई की रेड के दौरान यूपी के 5 पूर्व इंजीनियर के घर से 75 रुपए लाख बरामद हुए हैं। सीबीआई की टीम के सूत्रों ने बताया कि एक के घर से 25 लाख की रिकवरी हुई है और अन्य चार के घर से 50 लाख रुपए नगद मिले हैं। वे इसका सही-सही हिसाब नहीं बता पाए। उनके बैंक अकाउंट की डिटेल भी खंगाली जा रही है।
सीबीआई सूत्रों का कहना है कि 407 करोड रुपए के विभिन्न कार्यों में लापरवाही और घोटाले के दस्तावेज मिले हैं।